सत्य खबर, पानीपत । रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध (Russia ukraine war) के दौरान यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने गए कई भारतीय छात्र वहां फंसे हुए हैं. कुछ छात्रों की वतन वापसी (Indian student airlift) भी हुई है. उनमें हरियाणा के पानीपत का छात्र अनिल (Panipat students return from Ukraine) भी शामिल है. यूक्रेन से वापस लौटे अनिल बातचीत कर वहां के हालात की जानकारी ली.
फंसे हुए छात्रों की सरकार से गुहार: पानीपत लौटे छात्र अनिल ने बताया कि छात्रों में भय का माहौल बना हुआ है. सभी भारतीय नागरिक और छात्र स्वदेश लौटना चाहते हैं. क्योंकि वहां पर रह रहे छात्रों की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है. साथ ही बढ़ते तनाव के बीच फ्लाइट भी टिकट भी बहुत महंगी हो रही है. हालांकि भारत की तरफ से भारतीय नागरिकों और छात्रों को स्वदेश लाने के लिए फ्लाइट भेजी जा रही है, लेकिन अनिल की मानें तो फ्लाइट का रेट दो से तीन गुना हो चुका है. जिसकी वजह से छात्र भारत नहीं लौट पा रहे हैं.
हालात बिगड़ने से पहले ही बुलाया घर: यूक्रेन से लौटे युवक अनिल के भाई रवि वर्मा ने बताया कि जैसे ही उन्होंने मीडिया में यूक्रेन के हालात बिगड़ने की खबर देखी, तो उनके पांव तले से जमीन खिसक गई और उन्हें अपने भाई की चिंता सताने लगी. इसके बाद उन्होंने आनन-फानन में अनिल की वापसी इंडिया आने के टिकट बुक करवाई और उनको पानीपत बुला लिया. रवि ने कहा कि उनका भाई पढ़ाई तो बाद में भी कर सकता है, लेकिन जान है तो जहान है.
वहीं पानीपत लौटे युवक के यूक्रेन में फंसे साथियों ने भारतीय सरकार से यूक्रेन से आने वाले छात्रों के लिए सस्ते में टिकट मुहैया कराने की अपील की है. अनिल के साथी ने वीडियो कॉल के दौरान बताया कि उन सभी की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, इसलिए सरकार द्वारा यूक्रेन से आने वाले बच्चों के लिए कम दाम में टिकट मुहैया करवाए, जिससे वह भी वापिस अपने वतन लौट सके. रवि वर्मा ने बताया कि जिस समय उनका भाई भारत से यूक्रेन गया था, उस समय 25 से 30 हजार के बीच में टिकट थी, लेकिन अब जैसे ही यूक्रेन में माहौल खराब होता जा रहा है, वैसे ही फ्लाइट की टिकट भी बहुत महंगी होती जा रही है.
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