सत्य खबर, नई दिल्ली । प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “साल 2013 में, हमारे देश में, ऑर्गन डोनेशन के 5 हजार से भी कम केस थे, लेकिन 2022 में, ये संख्या बढ़कर, 15 हजार से ज्यादा हो गई है. ऑर्गन डोनेशन करने वाले व्यक्तियों ने, उनके परिवार ने, वाकई, बहुत पुण्य का काम किया है.” प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मन की बात में कहा कि कई लोग ऐसे होते हैं जो बेटियों की शिक्षा के लिए अपनी पूरी पेंशन लगा देते हैं, कोई अपने पूरे जीवन की कमाई पर्यावरण और जीव-सेवा के लिए समर्पित कर देता है.
पीएम ने यह भी कहा कि हमारे देश में परमार्थ को इतना ऊपर रखा गया है कि दूसरों के सुख के लिए, लोग, अपना सर्वस्व दान देने में भी संकोच नहीं करते. इसलिए तो हमें बचपन से शिवि और दधीचि जैसे देह-दानियों की गाथाएं सुनाई जाती हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑर्गन डोनेशन पर बात करते हुए इसे जीवन का माध्यम बताया. पीएम ने कहा कि आधुनिक मेडिकल साइंस के इस दौर में ऑर्गन डोनेशन किसी को जीवन देने का बड़ा माध्यम है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑर्गन डोनेशन के लिए सबसे बड़ा जज्बा यही है कि जाते-जाते किसी का भला हो जाए, किसी का जीवन बच जाए.
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