सत्य खबर, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आजादी का अमृत महोत्सव, हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्ण जयंती वर्ष और वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल के चार वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर मंडी पहुंचे हैं. पीएम मोदी यहां 11,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हेलिकॉप्टर करीब 11:30 बजे कांगणीधार हेलीपैड पर उतरा. पीएम मोदी के पहुंचते ही छोटी काशी वाद्ययंत्रों से गूंज उठी. जहां मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) ने पीएम मोदी का स्वागत किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंडी पहुंचने के बाद प्रदर्शनी का अवलोकन किया.
पीएम मोदी ने इन्वेस्टर्स मीट की दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का शुभारंभ किया. वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मौके पर जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी का आभार जताया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने बिन मांगे प्रदेश को बहुत कुछ दिया है. मेडिकल कॉलेज से लेकर, IIM और केंद्रीय विद्यालय देने के लिए पीएम का आभार जताया.
ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण करवाया, केदारनाथ धाम का पुनर्मिर्माण करवाया, सोमनाथ को भव्य रूप दिया. रामलला की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण करवाया.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि पहले लोगों को इलाज के लिए PGI चंडीगढ़ और दिल्ली में AIIMS जाना पड़ता था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए तो AIIMS अस्पताल, 550 करोड़ रुपए का PGI, 4 मेडिकल कॉलेज और कई अस्पताल बनाने का काम यहां पर शुरू हुआ है.
इसके बाद जयराम सरकार के 4 साल पूरे होने पर एक प्रसेंटेशन दिखाई गई. जिसमें ठाकुर सरकार में पिछले 4 सालों में हुए कामों की चर्चा की गई.
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि ये पीएम का हिमाचल की धरती से लगाव ही है कि पीएम जब भी आते हैं तो अपनापन सा लगता है.
ठाकुर ने कहा कि मंडी को ‘छोटी काशी’ कहा जाता है, क्योंकि यहां 300 से अधिक प्राचीन मंदिर हैं. हम भी यूपी की ‘काशी’ की तर्ज पर मंडी को विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं.
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि पहली बार हिमाचल में किसी CM के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री पहुंचे थे, फिर सरकार के एक साल पूरा होने पर भी आप पहुंचे, इसके बाद आज सरकार के 4 साल पूरे होने पर आज आप फिर पहुंचे हैं, यह हमारा सौभाग्य है.
सीएम ने अटल टनल का भी जिक्र किया और कहा कि पीएम मोदी के प्रयासों से ये टनल बन पाई है जिसे देखने देश-दुनिया से लोग पहुंच रहे हैं.
नरेंद्र मोदी ने मंडी में धौला सिद्ध जलविद्युत और रेणुकाजी बांध परियोजनाओं सहित 11,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरूआत पहाड़ी भाषा में की और लोगों का आभार जताया. पीएम ने कहा कि हिमाचल की धरती ने मेरे जीवन को दिशा देने में अहम भूमिका निभाई है.
पीएम मोदी ने कहा कि जयराम जी और उनकी परिश्रमी टीम ने हिमाचल वासियों के सपनों को पूरा करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है. इन 4 वर्षों में 2 साल हमने मजबूती से कोरोना से भी लड़ाई लड़ी है और विकास के कार्यों को भी रुकने नहीं दिया.
पीएम ने आगे कहा कि डबल इंजन की सरकार के 4 साल पूरे हुए हैं. ये भीड़ बता रही हैं कि आपने 4 साल में हिमाचल को तेज़ गति से आगे बढ़ते हुए देखा. हमने 4 साल में मज़बूती से कोरोना से लड़ाई लड़ी है, हिमालच को पहला AIIMS मिला, 4 नए मेडिकल कॉलेज स्वीकृत हुए.
किसान योजना के पंडाल में बिताया समय
प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना की प्रदर्शनी को प्रधानमंत्री ने काफी देर तक देखा. इस दौरान योजना के निर्देशक राकेश कंवर ने हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक खेती के उत्पादों के बारे में जानकारी दी और प्रदेश में इसके विस्तार पर प्रधानमंत्री को बताया. प्रधानमंत्री ने प्रदर्शनी को निहारने के बाद मौजूद अधिकारियों को कुछ निर्देश के लिए प्रकृति खेत में किसान योजना के पंडाल में प्रधानमंत्री ने काफी समय व्यतीत किया. इसके बाद प्रधानमंत्री ने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा लगाई प्रदर्शनी को निहारा पंडाल में जल विद्युत पर योजनाओं की प्रदर्शनी पर प्रधानमंत्री ने काफी समय बिताया और प्रदेश में चल रही जल विद्युत परियोजनाओं की जानकारी ली.
लुहरी प्रथम चरण पनबिजली परियोजना की रखेंगे आधारशिला
वहीं आज पीएम मोदी लुहरी प्रथम चरण पनबिजली परियोजना की आधारशिला रखेंगे. वहीं, 210 मेगावाट की इस परियोजना का निर्माण 1800 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से किया जाएगा. इससे हर साल 750 मिलियन यूनिट से ज्यादा बिजली का उत्पादन होगा. यह आधुनिक और भरोसेमंद ग्रिड क्षेत्र के आसपास के राज्यों के लिए भी यह फायदेमंद साबित होगा. साथ ही 2,000 करोड़ रुपए की शिमला जिले में पब्बर नदी पर बनी 111 मेगावाट की सावड़ा कुड्डू पनबिजली परियोजना का लोकार्पण करेंगे. ऐसे में 700 करोड़ रुपए से बनने वाली 66 मेगावाट की धौलासिद्ध पनबिजली परियोजना का भी शिलान्यास करेंगे.
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