ऑटो का शीशा भी टूटा
सत्यखबर, सफीदों: नगर के नहर पुल पर पुलिस द्वारा परमिशन होने के बावजूद एक जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मी पर डंडे बरसाने का मामला सामने आया है। जनस्वाथ्य विभाग के कर्मचारी का कहना है कि वह उच्चाधिकारियों के कहने पर उपमंडल के गांव बुड्ढाखेड़ा में पिछले कई दिन से बंद पड़ी पेयजल सप्लाई ठीक करने के लिए जा रहा था। जिस ऑटो में वह ट्यूबवैल की मोटर लेकर जा रहा था तो पुलिस ने उस ऑटो को सफीदों के नहर पुल पर रुकवा लिया। पहले तो पुलिसकर्मी ने डंडे मारकर उस ऑटो के आगे का शीशा तोड़ दिया और साथ ही ऑटो में साथ बैठे जन स्वास्थ्य विभाग के अन्य दो वर्करों पर भी डंडे बरसाए। ऐसे में जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मी रोहतास द्वारा प्रताडि़त होने के बाद मामले की सूचना जन स्वास्थ्य विभाग के जेई व एसडीओ को देते हुए शिकायत की है। रोहतास का कहना है कि जिस अधिकारी ने उस पर डंडे बरसाए हैं वह टू स्टार अधिकारी था और एक बिना नंबर प्लेट की बोलेरो नई गाड़ी में बैठा हुआ था। बोलेरो गाड़ी में पुलिस का सायरन भी लगा हुआ था। उसे बाद में पता चला है कि वह सिटी थाना की पुलिस थी। रोहतास का कहना है कि विभाग में गांव बुड्ढा खेड़ा की ग्राम पंचायत द्वारा पीने की सप्लाई बंद होने के बाद शिकायत की गई थी। शिकायत के 4 दिन बाद जलघर की खराब हुई मोटर को बदलने के लिए जा रहे थे, बकायदा उनके पास परमिशन भी थी लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी और अपनी दबंगई दिखाते हुए उसके ऑटो का पहले तो शीशा तोड़ दिया और बाद में उन उन पर भी डंडे बरसाते वापिस भेज दिया। इस मामले में विभाग के जेई जसबीर का कहना है कि इस सारे मामले की शिकायत एसडीएम मनदीप कुमार व विभाग के उच्चाधिकारियों को कर दी गई है और वे ही इस मामले में कोई संज्ञान लेंगे। वहीं थाना प्रभारी देवीलाल का कहना है कि पुलिस कर्मचारी का डंडा गलती से आटो पर लग गया जिससे उसका शीशा टूट गया और किसी भी कर्मचारी को डंडे नहीं मारे गए हैं। जन स्वास्थ्य विभाग का जो भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई कर दी जाएगी। वहीं डीएसपी चंद्रपाल बिश्नोई ने कहा कि उनके पास कोई शिकायत नहीं आई है। अगर शिकायत आएगी तो जांच करके कार्रवाई की जाएगी
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