सत्यखबर, चण्डीगढ़
हरियाणा में इन दिनों मॉनसून पूरे जोरों पर है। पिछले दिनों प्रदेश में कम बारिश के बाद अब तीन दिन से मॉनसून ने जोर पकड़ हुआ है। सावन का पवित्र महीना शुरू होते ही पूरे हरियाणा में सावन की झड़ी लग गई है। सभी जिलों में सुबह से ही गरज के साथ झमाझम बारिश हो रही है। मंगलवार को दिनभर रुक.रुककर बारिश हुई जो बुधवार को भी जारी रही। ऐसे में कहीं तेज बारिश तो कहीं बूंदाबांदी हुई। लेकिन लगातार हो रही बारिश से दिन और रात के तापमान में कमी हुई है। आज भी कई जिलों में बारिश के आसार है। जिसके चलते मौसम विभाग ने किसानों और ग्रामीणों से सावधानी बरतने की अपील भी की है।
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वहीं औद्योगिक नगरी कहे जाने वाले पानीपत समेत प्रदेश में अधिकतम तापमान 7 डिग्री तक गिरा है। मौसम विभाग ने पूरे हरियाणा में गुरुवार को मध्यम से भारी बारिश और बूंदाबांदी होने की संभावना जताई है। हिसार में सुबह से ही झमाझम बारिश हो रही है। वहीं पानीपत में भी बूंदाबांदी हो रही है। इसके कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण जलभराव इतना हो गया कि वाहन तक पानी में फंस गए।
बता दें कि हिसार में मंगलवार को 13 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। मगर बुधवार को बारिश ने इस बार के मानसून में हुई बारिश को पीछे छोड़ दिया है। हिसार में अब तक 74 एमएम बारिश दर्ज की गई है। जबकि पानीपत में अब तक 281.8 एमएम बारिश दर्ज की गई है जो पूरे मानसून सीजन के बरबार है। वहीं प्रदेश की बात करें तो आधे से ज्यादा जिलों में बारिश हो रही है। हरियाणा के अधिकांश शहरों में बारिश ने गर्मी और उमस को कम करने का काम किया है।
मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में मानसून सक्रिय हो गया है। आज भी उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी हरियाणा के शहरों में बारिश की संभावना है। 29 को जुलाई के राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में हवा और गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश होने की भी संभावना है। ऐसे में बीते दो दिन से हो रही बारिश से जहां कुछ जिलों में किसानों की फ सलों में पानी का ठहराव हो गया है। वो अब किसी भी तरह करके खेतों से पानी निकालने का समाधान कर रहे हैं। क्योंकि पानी की अधिक मात्रा फसलों को खराब कर सकती है। वहीं अन्य ग्रामीण भी अपने जानवरों को नहर या नदियों के पास ना जाने दें। क्योंकि पहाड़ों में हुई मूसलाधार बारिश की वजह से नदिया उफान पर हैं।
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