सत्य खबर, फतेहाबाद, राजेश भाम्भू
कोरोना के बढ़ते प्रसार के चलते हरियाणा में सरकार ने स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है. जिसके चलते आगामी 30 जनवरी तक प्रदेश में स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं. सरकार के फैसले के विरोध में सोमवार को फतेहाबाद के दो गांवों ने पंचायत की बैठक (Gram Panchayat meeting in Fatheabad) बुलाई. इस बैठक में ग्रामीणों ने 25 जनवरी से स्कूलों को खोलने का फैसला लिया है. साथ ही प्रशासन से भी इस मुहिम में साथ देने की अपील की है.
फतेहाबाद के गांव ढाणी सांचला और ढाणी भोजराज के ग्रामीणों का कहना है कि 25 जनवरी से वह अपने गांव का स्कूल खोल (School open in Fatehabad) देंगे. साथ ही प्रशासन से भी इस मुहिम में गांव वालों का साथ देने की अपील की है. ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल खोलने की प्रक्रिया जल्द से जल्द सरकार व प्रशासन शुरू करे, क्योंकि यह देश के भविष्य की बात है. एक तरफ जहां रैलियां हो रही हैं, राजनीतिक कार्यक्रम हो रहे हैं तो स्कूली बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है. कोरोना की आड़ में स्कूल बंद करवाना ठीक नहीं है.
इसके अलावा ग्रामीणों ने प्रशासन से स्कूल खोलने में मदद करने और स्टाफ को भेजने की मांग की है. बता दें कि कोरोना की तीसरी लहर के चलते स्कूल कॉलेज बंद हैं, लेकिन बार-बार स्कूल कॉलेज खोलने की मांग की जा रही है. गौरतलब है कि बीते दिनों शहर में छात्रों ने प्रदर्शन किया था तो वहीं अब फतेहाबाद के गांव ढाणी सांचला और ढाणी भोजराज के ग्रामीणों ने स्कूल खुलवाने के लिए आवाज मोर्चा खोल दिया है. जिसके तहत 25 जनवरी से दोनों गांवों में स्कूलों को खोला (School open decision Fatheabad) जाएगा.वहीं अगर सरकार की बात की जाए तो हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने सोमवार को अपने संबोधनों में साफ कर दिया है कि हरियाणा सरकार का अभी स्कूलों को खोलने को लेकर कोई इरादा नहीं है. हालांकि प्रदेश में स्कूल-कॉलेज खोलने को लेकर लगातार मांग उठ रही है. लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रसार को देखते हुए सरकार स्कूल-कॉलेज खोलने के मूड में नहीं है. सरकार के नुमाइंदों की मानें तो 30 जनवरी तक स्कूलों को बंद रखने के आदेश अभी और आगे तक बढ़ाये जा सकते हैं.
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