सत्यखबर सफीदों, (महाबीर) – नगर का गैस एजेंसी मार्ग पिछले काफी लंबे समय से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है लेकिन इसकी सूध लेने वाला कोई नहीं है। प्रशासन व पालिका इस रास्ते को लेकर पूरी तरह से मौन हैं। इस मार्ग की बदहाली को लेकर शुक्रवार को लोगों ने रोष व्यक्त किया। बता दें कि इस मार्ग से रोजाना हजारों लोग अपनी जान पर खेलकर गुजरते हैं। यह रास्ता सफीदों को पानीपत मार्ग, जींद रोड़, सफीदों शहर, पुरानी अनाज मंडी व हाट रोड़ से जोड़ता है। क्षेत्र के लोग इस रास्ते को मिनी बाईपास के रूप में प्रयोग करते हैं क्योंकि यहां से गुजरने के कारण वाहन चालक शहर की भीड़भाड़ से बच जाता है।
इसी मार्ग पर श्मशान घाट भी स्थित है। शहर के लोग शवों का संस्कार करने के लिए यहां से आते हैं लेकिन कीचड़ के कारण शवों को सुखद अंतिम सांसारिक यात्रा भी नसीब नहीं है। लोगों ने बताया कि वे इस रास्ते की गंम्भीर समस्या को लेकर नगरपालिका से लेकर प्रशासन के आलाधिकारियों से गुहार लगा चुके है लेकिन नतीजा शून्य रहा है। उन्होंने बताया कि इस रास्ते से आने-जाने वाले कई लोग हादसों का शिकार होकर गंम्भीर रूप से घायल हो चुके हैं। बरसात के दिनों में तो यहां के हालात बद से भी बदतर हो जाते है।
बारिश के कारण कई-कई फुट पानी व कीचड़ जमा हो जाता है। हालात इस कदर बेकाबू हैं कि लोगों का अपने घरों से भी निकलना मुश्किल हो गया है और महामारी फैलने का भी अंदेशा बन गया है। नगर के लाइफ लाइन कहे जाने वाले इस रास्ते को लेकर नगर के लोगों में सरकार व प्रशासन के प्रति रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि सरकार का स्वच्छता अभियान व सबका साथ-सबका विकास का दावा यहां गौण दिखाई पड़ता है।
नगभ्र के संजीव शर्मा, दर्शन मेहता, श्याम सुंदर मेहता, मदन मेहरा, छत्रपाल भारद्वाज, स. दलीप सिंह नत्त, नवीन भाटिया, देवराज अरोड़ा, धमेंद्र अरोड़ा, गुरचरण सिंह अरोड़ा, सुरेश थनई, ज्ञान धवन, सतपाल धवन, सतबीर सैनी, मा. रणधीर सैनी व स. मालक सिंह ने सरकार व प्रशासन के प्रति अपना रोष प्रकट करते हुए इस रास्ते को जल्द से जल्द दुरुस्त करने की गुहार लगाई हैं।
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