लोगों का तो क्या मुर्दों का भी निकलना हुआ दूभर: वार्ड निवासी
सत्य खबर सफीदों, महाबीर मित्तल: पानी निकासी की बदहाल व्यवस्था से गुस्साएं वार्ड 2 निवासियों ने नगर के सरनाखेड़ी मोड़ के पास असंध-पानीपत मार्ग को जाम कर दिया जाम। जाम के दौरान लोगों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जाम लगने के बाद सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। जाम की सूचना सफीदों प्रशासन को दी गई। मौके पर नायब तहसीलदार रामपाल शर्मा व पुलिस टीम पहुंची। नायब तहसीलदार रामपाल शर्मा ने लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वहां पर मौजूद गुस्साए वार्ड निवासियों ने नायब तहसीलदार रामपाल शर्मा को खूब खरी-खोटी सुनाई। लोगों ने उनसे कहा कि वे एसडीएम से बात करेंगे। एसडीएम यहां पर आए और उन्हे कोई ठोस आश्वासन दें, तभी वे जाम को खोलेंगे। जिस पर नायब तहसीलदार ने लोगों को बताया कि एसडीएम किसी मीटिंग के सिलसिले में बाहर है। उसके बाद उन्होंने वार्ड के मौजिज लोगों की बात एसडीएम डा. आनंद कुमार शर्मा से करवाई। एसडीएम ने लोगों को आश्वासन दिया कि इस सड़क का टैंडर हो चुका है तथा बरसात रूकते ही इस पर कार्य शुरू हो जाएगा। अस्थाई तौर पर यहां पंप लगवाकर पानी निकलवाया जाएगा।
यह भी पढ़ें:- घर से भागे युवक-किशोरी ने की खुदकुशी,जानिए पूरा मामला
लोगों का कहना था कि इस वार्ड के लोग नारकीय जिंदगी जीने को मजबूर हैं। बिना बारिश के भी यहां पर बाढ़ जैसे हालात रहते हैं। यहां की सड़क हरवक्त निकासी व्यवस्था के अभाव में तालाब का रूप लिए रहती है। लोगों का तो छोड़ों मुर्दों तक को अंतिम यात्रा सुखद रूप से प्राप्त नहीं होती। अगर किसी की मृत्यू हो जाए तो उसके संस्कार तक के लिए इस गहरे गंदे पानी में में होकर ही श्मशान जाना पड़ता है। इस रोड पर राजकीय कन्या महाविद्यालय व नर्सिंग कॉलेज स्थापित है। इन दोनों संस्थानों में सैकड़ों की तादाद में लड़कियां पढऩे के लिए आती हैं लेकिन वे भारी मुश्किलों का सामना करके कालेज में पहुंचती हैं। कई बार तो वे इस पानी में गिर जाती है और उनके कपड़े खराब हो जाते हैं। यह मार्ग सफीदों का मिनी पास बाईपास भी माना जाता है। अगर किसी को सफीदों से पानीपत रोड पर जाना होता है यह रोड एक मिनी बाईपास का भी काम करता है लेकिन पिछले कुछ वर्षों से इस रोड की हालत इतनी दयनीय है कि यहां से लोगों का आवागमन भी कम हो गया है। अगर कोई भूलवंश इस रोड़ से गुजर भी जाता है तो वह फिर आने के लिए तौबा कर जाता है। कई बार तो गाडिय़ां सड़क के गहरें गड्ढों व पानी में गुजरते हुए खराब हो जाती है या उनमें पानी घुस जाता है। इस मामले को लेकर वे पालिका प्रधान, पार्षदों, अधिकारियों व प्रशासन के आलाधिकारियों से कई बार मिल चुके हैं और लिखित शिकायतें दे चुके हैं लेकिन समस्या का कोई भी समाधान नहीं है। सफीदों में विकास के नाम पर बड़ी-बड़ी बातें की गई लेकिन धरातल पर वास्तविकता कुछ ओर ही है। कालोनीवासियों ने बताया कि सबसे बड़ी समस्या निकासी की है। साथ लगता नाला रोड से ऊपर है और सड़क नीचे है। सड़क का पानी नाले में नहीं जा पाता जिसकी वजह से पानी हर समय खड़ा-खड़ा सड़ता रहता है। लाखों रूपयों से कई बार बन चुकी सड़क बर्बाद हो चुकी है। इसके बावजूद भी शासन-प्रशासन आंख मूंदे हुए बैठा है। उन्होंने दुखी होकर यह रोड जाम करना पड़ रहा है, ताकि सोए हुए प्रशासन की नींद खुल सके। एसडीएम ने फोन पर लोगों को आश्वासन दिया कि इस सड़क का टेंडर हो चुका है और बरसात के उपरांत इस पर अतिशीघ्र काम शुरू करवा दिया जाएगा। एसडीएम के आश्वासन पर लोगों ने जाम खोल दिया।
Aluminium reclaiming technology Aluminum scrap sustainability Metal reprocessing depots