सत्य खबर, नई दिल्ली
सेना में भर्ती के लिए सरकार द्वारा बनाई गई अग्निपथ योजना के खिलाफ
देशभर में हो रहे भारी विरोध के बीच केंद्र की मोदी सरकार ने इस योजना में एक बड़ा बदलाव किया है। दरअसल, सरकार ने इस योजना के तहत सेना में भर्ती की अधिकतम उम्र सीमा को पहले वर्ष 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दिया है। आपको बता दें कि सरकार ने यह फैसला अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में हो रहे भारी विरोध को देखते हुए लिया है। योजना के खिलाफ सड़कों पर हैं युवा आपको बता दें कि मोदी सरकार ने दो दिन पहले ही सेना में भर्ती के लिए इस योजना का ऐलान किया था, लेकिन देश के युवा इस योजना के खिलाफ सड़कों पर उतर आए और देश के करीब 8-10 राज्यों में इस योजना के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन होने लगे। अग्निपथ योजना का सबसे अधिक विरोध यूपी, हरियाणा, एमपी राजस्थान और बिहार में देखने को मिला। इन राज्यों में कहीं आगजनी की घटनाएं हुईं तो कहीं ट्रेन को रोका गया।
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क्या है अग्निपथ योजना
बता दें कि इससे पहले सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में परिवर्तन करते हुए थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी अग्निपथ योजना की शुरुआत मंगलवार को की थी। इस योजना के तहत एक तरह से कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर 4 साल के लिए की जाएगी। इस योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पात्रता आयु पहले 17.5 वर्ष से 21 वर्ष के बीच थी, लेकिन अब सरकार ने अधिकतम उम्र सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 कर दिया है। इस योजना के तहत भर्ती किए जाने वाले जवानों को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा।
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