सत्य खबर, हरियाणा, देव सैनी
हरियाणा सरकार राज्य में बिजली चोरों के खिलाफ एक्शन में आ गई है.जिसके चलते 26 करोड़ यूनिट बिजली सप्लाई के बीच बिजली चोरों के खिलाफ अब तक सबसे बड़ी छापेमार कार्रवाई को अंजाम दिया है.सीएम मनोहर लाल खट्टर और बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला के निर्देश पर बिजली विभाग की करीब 500 टीमों ने राज्य में दो दिन तक बड़ा अभियान चलाया.इस अभियान के तहत दो दिन के भीतर करीब साढ़े पांच हजार स्थानों पर छापेमारी करते हुए करीब 500 करोड़ रुपये की बिजली चोरी पकड़ने में कामयाबी हासिल की है.
हरियाणा में बिजली चोरों के हौंसले प्रदेश में किस कदर बुलंद हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वो सीधे टावरों से बिजली चुरा रहे थे। बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने साफ कर दिया कि सबूत मिलने पर बिजली चोरी में शामिल अधिकारियों, कर्मचारियों को भी माफ नहीं किया जाएगा.नोटिस जारी करने के बाद उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.चौटाला ने कहा कि प्रदेश में बिजली चोरी रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
सीएम फ्लाइंग स्कवैड, दक्षिण और उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधिकारियों के नेतृत्व में विजिलेंस, पुलिस कर्मियों की करीब 500 टीमों का गठन कर छापेमारी की गई। छापेमारी में मुर्गी फार्म, फैक्ट्री, मोबाइल टावर, वाटर आरओ, ईंट भट्टे, कोल्ड स्टोर और सड़क किनारे स्थित ढाबों समेत कुल 27,307 परिसर जांचे गए। छापामारी के बाद बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर तुरंत प्रभाव से बिजली कनेक्शन काट दिए गए हैं। कुल 12.5 मेगावाट बिजली चोरी का खुलासा हुआ है।
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बिजली मंत्री ने बताया कि बिजली चोरी के मामलों का खुलासा होने से प्रदेश के बिजली विभाग के राजस्व में करोड़ों रुपये की वृद्धि होगी। इससे बिजली कटौती में कमी आएगी और वाणिज्य और घरेलू क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति बढ़ेगी। जिन स्थायी उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन काटे गए हैं, वो जब अपना बकाया चुकाकर नए बिजली कनेक्शन लगवाएंगे तो छापामारी से अन्य बिजली उपभोक्ताओं में बिजली चोरी ना करने का संदेश जाएगा।
बता दें कि छापेमारी के दौरान 15349 कनेक्शन की जांच की गई, इनकी जांच के बाद 3273 बिजली चोरी के केस पकड़कर 13 करोड़ से अधिक का जुर्माना लगाया। करीब 12 हजार कनेक्शन जांचे गए, जिनमें करीब 2300 बिजली चोरी के केस पकड़कर करीब 11 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया। गुरुग्राम, कैथल, पानीनत, फरीदाबाद, पलवल, सोनीपत, यमुनानगर, करनाल, झज्जर, रोहतक, कुरुक्षेत्र, अंबाला, रेवाड़ी, जींद, भिवानी, हिसार, नारनौल में बिजली चोर सबसे अधिक पकड़े गए हैं। पंचकूला जिला में सबसे कम बिजली चोरी पकड़ी गई है। गौरतलब है कि बिजली निगमों की ओर से 5400 से ज्यादा गांवों में बिजली की 24 घंटे सप्लाई की जा रही है। इसके बावजूद बिजली चोरी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। खासकर जीटी रोड बेल्ट, दक्षिण हरियाणा और एनसीआर में बिजली चोरी के मामले सबसे ज्यादा देखने को मिल रहे हैं.
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