सत्य खबर, चण्डीगढ़। देशभर में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की शुरुआत हो चुकी है, जिसे लेकर केंद्र व राज्य सरकारें सावधानी बरतने की अपील कर रही हैं। कोरोना वायरस ने भारत में ऐसा मातम मचाया, जिससे जान ही नहीं करोड़ों लोगों का काम भी छिन गया। इससे बड़ा आर्थिक नुकसान भुगतना पड़ा है।
ऐसे में आप पैसा कमाना चाहते हैं और भविष्य को अच्छा बनाने की सोच रहे हैं तो फिर यह खबर आपके लिए बड़े ही काम आने वाली है। केंद्र सरकार ने पीएम किसान मानधन योजना की शुरुआत की है, जिसका बड़े स्तर पर फायदा मिल रहा है। इस योजना के तहत आपको 3000 रुपये महीना पेंशन के तौर पर दिए जाएंगे।
अगर आप पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थी हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत मायने रखती है, क्योंकि सरकार ऐसे पात्रों को अब बड़ा लाभ दे रही है। सरकार इस योजना से जुड़े किसानों को 3000 रुपये महीना यानि 36000 रुपये पेंशन के तौर पर दे रही है। इस योजना का लाभ उन किसानों ही मिलेगा जिनकी आयु 60 साल से अधिक है।
वहीं, इस योजना को शुरू करने पर आपको हर माह 55 रुपये जमा करना होंगे। 18 वर्ष की उम्र वाले रोजाना करीब 2 रुपये बचाकर आप सालाना 36000 रुपये की पेंशन पा सकते हैं। अगर कोई व्यक्ति 40 साल की उम्र से इस स्कीम को शुरू करेगा तो हर महीने 200 रुपये जमा करना होंगे।
60 साल की उम्र पूरा होने के बाद पेंशन के रूप में 3000 रुपये महीना मिलने शुरू हो जाएंगे यानि 36000 रुपये साल मिलेंगे। वहीं, इस योजना का लाभ लेने के लिए आपके पास सेविंग बैंक अकाउंट और आधार कार्ड होना आवश्यक है। व्यक्ति की उम्र 18 साल से कम और 40 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
पीएम किसान मानधन योजना के तहत लघु सीमांत किसानों को हर महीने पेंशन देने की योजना है। इसमें 60 वर्ष की उम्र के बाद हर महीने 3000 रुपये यानी 36000 रुपये सालाना पेंशन दी जाती है। कोई किसान पीएम-किसान सम्मान निधि का लाभ ले रहा है तो उसे पीएम किसान मानधन योजना के लिए कोई दस्तावेज नहीं देना होगा।
पीएम-किसान स्कीम से प्राप्त लाभ में से सीधे ही अंशदान करने को चुनने की छूट है। इस तरह किसान को सीधे अपनी जेब से पैसा खर्च नहीं करना होगा। 6000 रुपये में से उसका प्रीमियम भी कट जाएगा। जेब से बिना खर्च किए किसान को 36000 सालाना भी मिलेगा और अलग से कुछ किस्त भी।
किसान मानधन योजना के तहत 18-40 साल तक की आयु वाला कोई भी किसान इसमें पंजीकरण करा सकता है। हालांकि, वहीं किसान इस योजना का फायदा उठा सकते हैं, जिनके पास अधिकतम 2 हेक्टेयर तक ही खेती योग्य जमीन है।
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