सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
सिद्धि विनायक सेवा समिति के अनुरोध पर आचार्य राजेन्द्र महाराज वृंदावन से नरवाना पहुंचे। आचार्य ने किशनचंद कालोनी में प्रवचन करते हुए कहा कि संस्कार विहिन जीवन मृत्यु के तुल्य है। गौ, गीता गायत्री पर कुघात होता है तो परमात्मा किसी रूप में प्रकट होकर रक्षा करते हंै। मनुष्य को अपने संस्कार व संस्कृति को कभी नहीं भूलना चाहिए। भगवान श्री कृष्ण बाल अवस्था में गौ चरण लीला की। जिससे उनका नाम गोपाल हुआ। उन्होंने कहा कि सतयुग में हर व्यक्ति गौ को अपनी माता के समान उसकी सेवा करता था। लेकिन आज के युग में हमारी ये गौ माता दर दर की ठोंकरे खाने के लिए मजबूर हैं। यह सब हमारे संस्कारों व संस्कृति के अभाव के कारण हो रहा है। इसलिए जरूरी है कि हम लोग बचपन से ही अपने बच्चों को तकनीकी शिक्षा के साथ उनके संस्कार व संस्कृति का भी पाठ पठाएं। इस मौके पर समिति के प्रधान कैलाश सिंगला, जिया लाल गोयल, नरेश जैन, विनोद मंगला, सुरेश पप्पू, सत्यनाराण बंसल, बलभद्र गोयल, पवन मित्तल, देवी राम गर्ग, सुशील गोयल, प्रवीण दनौदा, राज कुमार बंसल आदि मौजूद रहे।
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