सत्य खबर, चमोली
चमोली जिले की मलारी घाटी में चीन सीमा के पास हिमखंड टूटने की सूचना है। क्षेत्र में सडक़ निर्माण का कार्य चल रहा है। फिलहाल नुकसान के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है। जोशीमठ से सीमा सडक़ संगठन की एक टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी के कारण टीम को यहां पहुंचने में वक्त लग सकता है।
इस इलाके में आबादी नहीं है और सिर्फ सेना की ही आवाजाही रहती है। घटना जोशीमठ से करीब 90 किलोमीटर दूर सुमना नामक स्थान की है। सीमा पर अंतिम चौकी बाड़ाहोती तक यहीं से होकर पहुंचा जाता है। दूरस्थ क्षेत्र होने के कारण यहां संचार नेटवर्क भी नहीं है।
चमोली के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने बताया कि बीआरओ के कमांडर मनीष कपिल के नेतृत्व में टीम मौके के लिए गई है। उन्होंने बताया कि उस क्षेत्र में सडक़ निर्माण का कार्य चल रहा है। ऐसे में आशंका है कि कुछ श्रमिक वहां फंसे हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में एक सप्ताह से रुक.रुक कर बर्फबारी हो रही है जबकि दो दिन से यहां लगातार बर्फ गिर रही है। ऐसे में समय लगाना स्वाभाविक है।
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वहीं पिछले दो दिन से चल रही बारिश और बर्फबारी से ऋ षिगंगा और धौलीगंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। इससे तपोवन और रैणी के साथ छह गांवों के लोग सहमे हुए हैं। बारिश के दौरान तपोवन मे मलबा हटाने का कार्य रोका गया है। गौरतलब है कि सात फरवरी को ऋषिगंगा में आए उफान में 205 लोग लापता हो गए थे। इनमें से अब तक 79 शव मिल पाए हैं।
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