सत्य खबर, सफीदों। आज के जमाने में जहां किसान अपनी फसलों में अंधाधुध रासनियक किट नाशकों का प्रयोग कर रहे हैं। वहीं कुछ किसान आगे्रनिक खेती की तरफ भी आकर्षित होने लगे हैं। वैसे भी आग्रेनिक खेती से कम लागत मे ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है। इसके विपरित कुछ किसान अपने लिए आगे्रनिक खेती कर रहे हैं। ऐसी ही सफीदों क्षेत्र के गांव सिंहपूरा की एक महिला किसान आजकल काफी चर्चाओं में है। चर्चा की वजह है उनकी 75 वर्ष की उम्र में आग्रेनिक खेती करना। हाल ही में केला देवी पत्नी मास्टर मेवा सिंह ने अपने खेत में आग्रेनिक मूली तैयार की है। जिसकी लम्बाई दो से ढाई फुट है। जिसे देखने के लिए आस-पास के किसान भी पहुंच रहे हैं।
वहीं इस बारे में जब बुजुर्ग महिला किसान केला देवी से सत्य खबर ने बातचीत की तो उन्होंने बताया कि किट नाशकों के प्रयोग से तैयार की गई सब्जी इंसान को बिमार बना देती है। इसलिए वह अपने परिवार के लिए गेंहू व सब्जियां अपने खेत में आग्रेनिक खेती से तैयार करती है। इसमें लागत तो कम आती है साथ ही स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। आजकल उन्होंने आग्रेनिक तरीके से अपने खेत में मूली तैयार की है। जिसकी लम्बाई दो से ढाई फुट है। मूली का स्वाद आम मूली से अलग है। वहीं इस मूली से इंसान का लीवर भी तंदरूस्त बनता है। फिलहाल उनके पास मूली लेने वाला का तांता लगा हुआ है हालांकि वह बेचने के लिए मूली तैयार नहीं करती फिर भी कोई आता है तो उसे थोड़ी बहुत मूली फ्री में ही दे दी जाती है। खासकर रिश्तेदार व पड़ोसी काफी लाभ ले रहे हैं। महिला किसान केला देवी ने अन्य किसानों से भी आह्वान किया की वो भी आग्रेनिक खेती की तरफ ध्यान दें ताकि आमदनी के साथ-साथ सभी का स्वास्थ्य भी ठीक रह सके।
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