सत्यखबर,गुरुग्राम,सतीश शर्मा
साइबर सिटी गुरुग्राम में मानसून की पहली बारिश ने जहां आम आदमी को झुलसती गर्मी से राहत दी। वहीं महज 2 घंटे की बारिश ने पूरी साइबर सिटी में बाढ़ जैसे हालात बना दिये हैं। पूरे शहर में जगह-जगह जल भराव हो गया है। ऐसे में नौकरी पेशा और दोपहिया वाहन चालकों को अच्छी खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
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केवल 2 घंटे की बारिश जिला प्रशासन के उन तमाम दावों को चिढ़ाती नजर आ रही है जिसके दम पर कहा गया था कि इस बार की बारिश में वाटर लॉगिंग जैसी स्थिति पैदा ही नहीं होगी। वहीं स्थानीय लोगों की माने तो हर साल करोड़ों रुपये खर्च कर यह दावे किए जाते हैं कि इस साल की बारिश में जल भराव नहीं होगा, अगर होगा तो महज कुछ मिनटों में सारा पानी ड्रेनेज के जरिये डिस्चार्ज हो जाएगा, लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर जरूर नजर आ रही है। गुरुग्राम के सेक्टर. 9, 10, 31 और बसई रोड पर काफी जल भराव है।
जिसकी वजह से इन क्षेत्रों में भारी जाम भी देखने को मिल रहा है। बहरहाल आज जो स्थिति गुरुग्राम में बनी है उससे तो यही लगता है कि ढाक के तीन पात वाली कहावत इन दावों पर बिल्कुल सटीक बैठती है। अगर ये हाल देश के टॉप के शहरों का होगा तो इस बात पर चिंता करना लाजमी हो जाता है किस कदर अधिकारियों की तरफ से लापरवाही बरती जा रही है।
युवाओं व बच्चों ने लिया बारिश का मजा
गुरूग्राम में आज जैसे ही बरिश शुरू हुई तो काफी संख्या में युवा सडक़ों पर व बच्चे अपने मकानों की छतों पर बारिश का मजा लेते नजर आए। कई सडक़ों पर तो युवाओं की बाईक पर सवार टोलियां भिगने का मजा लेती दिखाई दी। वहीं जिला वासियों ने भी गर्मी से राहत मिलने पर जहां इन्द्र देवता का धन्यवाद किया,वहीं जिला प्रशासन को जलभराव होने पर जमकर कोसा।
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