जिला में योजना के सही क्रियान्वयन को लेकर एडीसी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कमेटी गठित
सत्य खबर जींद, महाबीर मित्तल: गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने के लिए राज्य सरकार द्वारा लागू की गई मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना का जिला में सही तरीके से क्रियान्वयन करने को लेकर उपायुक्त नरेश नरवाल ने अतिरिक्त उपायुक्त साहिल गुप्ता की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की एक कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी गरीब लोगों की आय बढ़ाने को लेकर कार्य करेगी। इस बारे में जानकारी देते हुए अतिरिक्त उपायुक्त साहिल गुप्ता ने कहा कि इस महत्वकांक्षी योजना को जिला में सही तरीके के संचालन करने को लेकर जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी का गठन कर दिया गया है। इस कमेटी में जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मत्स्य अधिकारी, जिला परियोजना समन्यवक (सर्व शिक्षा अभियान), जिला प्रबंधक नाबार्ड, जिला प्रबंधक हरिजन कल्याण निगम, जिला प्रबंधक खादी बोर्ड, रैडक्रॉस सोसायटी के सचिव तथा जिला बाल कल्याण अधिकारी को शामिल किया गया।
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इसके अलावा जिला स्तरीय कमेटी का भी गठन किया गया है। जिसमें उन सभी विभागों के अधिकारियों को शामिल किया गया है, जिनके माध्यम से जन कल्याणकारी योजनाएं लागू की जा रही है। उन्होंने कमेटी में शामिल अधिकारियों से गरीब लोगों की आय कम से कम एक लाख वार्षिक तक ले जाने को लेकर सुझाव मांगे गए हैं। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि इस योजना के तहत प्रथम चरण के गरीब परिवारों की सूची प्राप्त हुई है। इसी सूची में शामिल सभी परिवारों के परिवार पहचान पत्र इत्यादि आवश्यक चीजें तैयार कर इनकी आमदनी बढ़ाने को लेकर कार्यवाही जिला प्रशासन द्वारा प्रारम्भ की जाएगी। उन्होंने बताया कि योजना के सही क्रियान्वयन को लेकर पूरे जिले को 13 जोन में बंाटा गया है। प्रत्येक जोन के लिए एक- एक कमेटी गठित की गई है। ग्रामीण क्षेत्र को आठ जोन में तथा शहरी क्षेत्र को पांच जोन में बांटा गया है। गठित जोनल कमेटियों में लगभग उन विभागों के अधिकारी शामिल किए गए है जिनके माध्यम से जन कल्याणकारी योजनाएं लागू की जाती हंै ताकि योजना को सिरे चढ़ाने के लिए किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में सूची में शामिल गरीब लोगों की आय एक लाख रुपए वार्षिक तक ले जाने तथा इसके बाद इन परिवारों की आय को एक लाख 8० हजार रुपए से अधिक करने का लक्ष्य रखा गया है ताकि इन गरीब परिवारों को गरीब रेखा से ऊपर निकालकर समाज की मुख्य धारा में शामिल किया जा सके।
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