सत्यखबर, जींद
हरियाणा। प्रदेश में आशा वर्कर की कार्य प्रणाली में सुधार के लिए सरकार उन्हें मोबाइल देने पर विचार कर रही है। ऐसे में विभाग के अफसरों ने मोबाइल खरीद के लिए लंबी चौड़ी फाइल मोबाइल कंपनियों के प्रजेंटेशन के साथ लगाकर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के पास भेज दी। मोबाइल खरीद की भनक लगते ही मोबाइल कंपनियां भी सक्रिय हो गईं, जिसमें कई विदेशी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य मंत्री के दफ्तर के चक्कर काटने शुरू कर दिए। ऐसे में अनिल विज ने फाइल पर लिख दिया है कि पीएम हैज सैड बी वोकल फार लोकल। देयरफोर प्रेफरेंस शुड भी गिवेन टू द इंडियन मेड प्रोडक्ट। आशा वर्कर्स को मोबाइल इसलिए दिए जा रहे हैं कि वे जो भी एक्टिविटी करें उसका कंप्यूटर के साथ लिंक हो और सरकार को पता चले कि कहां एक्टिविटी की है और कहां नहीं की है।
फाइल देखने के बाद ही टिप्पणी लिखी
वर्तमान में जो भी काम आशा वर्कर करती हैं। वह उनकी सुपरवाइजर को बताती हैं और मामला कागजों में ही रह जाता है। मोबाइल देने से यह होगा कि सरकार को कंप्यूटर देखकर यह पता चल जाएगा कि क्या काम हुआ। मसलन दवा देने और टीकाकरण का कैंपेन है। आशा वर्कर जाएंगी तो उसकी लोकेशन भी आएगी। क्या दवा दी है वह भी बताना होगा। इनको पेमेंट भी काम के हिसाब से मिलती है। उसी हिसाब से इनके बिल बनेंगे।
मैं तो लिखता रहता हूं आशा वर्कर के लिए बहुत बड़ी संख्या में मोबाइल खरीद रहे हैं। फाइल साइन होने के लिए आई थी नेशनल इंटरनेशनल कई कंपनियों ने आवेदन किया था। मैने फाइल देखने के बाद ही अपनी टिप्पणी लिखी है। चूंकि प्रधानमंत्री महोदय ने लोकल को वेाकल करने के लिए कहा है। ऐसे में उनके आदेशों का पालन होना भी जरूरी है।
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