यमुनानगर. सत्य खबर
यमुना नदी से सटे ग्रामीणों को इस बार केवल एक ही डर सता रहा है, वह है बरसाती सीजन में यमुना नदी में आने वाली बाढ़ का क्योंकि बरसाती सीजन में यमुना नदी अपना रौद्र रूप दिखाती है। नदी का यह रूप कई गांवों को बेचिराग कर चुका है। सैकड़ाें एकड़ भूमि यमुना अपने आगोश में ले चुकी है लेकिन इस वर्ष अभी तक नदी पर होने वाले बाढ़ राहत कार्य शुरू नहीं हो पाए हैं जबकि बरसाती सीजन सिर पर है।
यमुना नदी पर होने वाले बाढ़ राहत कार्यों के लिए शुक्रवार की सुबह एसडीएम रादौर पूजा चावरियां ने राजस्व व सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बागवाली, लालछप्पर व गुमथला घाट का दौरा किया। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द बाढ़ राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
बाढ़ राहत कार्य शुरू न होने से क्षेत्रवासी मायूश दिखाई दिये अवतार सिंह, विनोद कुमार, पंकज, हरनाम व जितेंद्र कुमार का कहना है कि यमुना नदी के किनारों पर करोड़ों रुपए की राशि से होने वाले बाढ़ राहत कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाए हैं जिससे क्षेत्रवासी चिंतित हैं क्योंकि गत वर्ष यमुना नदी में आए बाढ़ के पानी से नदी के किनारों को काफी नुकशान होता है। सैकड़ाें एकड़ भूमि यमुना नदी के अंदर समा गई थी। इतना कुछ होने के बाद भी अभी तक सिंचाई विभाग व संबंधित ठेकेदार बाढ़ राहत कार्य शुरू करना तो दूर, कार्य में प्रयोग होने वाला पूरा मेटीरियल भी नहीं जुटा पाए हैं। उन्होंने आशंका जताई कि बरसाती सीजन से पहले कार्य पूरा करने के चक्कर में लीपापोती की जाएगी।
यमुना नदी पर होने वाले बाढ़ राहत कार्यों के लिए शुक्रवार की सुबह एसडीएम रादौर पूजा चावरियां ने राजस्व व सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बागवाली, लालछप्पर व गुमथला घाट का दौरा किया। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द बाढ़ राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
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