सत्यखबर, हरियाणा
हरियाणा सरकार ने आईटीआई ( ITI) के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को रोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर मुहैया करवाने के मकसद से स्थानीय उद्योगों की मांग के मुताबित नए कोर्स शुरू करने की पूरी तैयारी कर ली है। प्रदेश के कौशल एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री मूलचंद शर्मा ) ने कहा कि मौजूदा परिदृश्य को देखते हुए कौशल प्रशिक्षण योजना के तहत स्थानीय उद्योगों की मांग के अनुरूप ऐसे नए ट्रेड या कोर्स शुरू किए जाने की आवश्यकता है, जो एनसीवीटी कोर्सों की मौजूदा सूची में नहीं हैं। इसलिए सरकार ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के सभी ग्रुप इंस्ट्रक्टर या इंस्ट्रक्टर को नए कोर्सों की पहचान करने के निर्देश दिए हैं, जो स्थानीय उद्योगों की मांग के अनुरूप हों।
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उन्होंने कहा कि नए कोर्स शुरू करने से एक तरफ जहां स्थानीय उद्योगों की जरूरतें पूरी होंगी तो वहीं दूसरी तरफ इससे युवाओं का रुझान भी आईटीआई की तरफ बढ़ेगा। इस तरह के कोर्स करके वे निजी क्षेत्र में अपनी पंसद के रोजगार हासिल करने में सक्षम होंगे। मूलचंद शर्मा ने कहा कि कम से कम दो ग्रुप इंस्ट्रक्टर या इंस्ट्रक्टर की टीम ऐसे कोर्सों के नाम और उनकी जरूरतों के बारे में एक संक्षिप्त नोट बनाकर निदेशालय में भेजेगी। कोर्स का नाम और नोट सीलबंद लिफाफे में सेक्टर-3, पंचकूला स्थित विभाग के मुख्यालय में संयुक्त निदेशक (प्रशिक्षण) के नाम भेजना होगा। उन्होंने कहा कि यदि विभागीय कमेटी इन कोर्सों को उपयोगी मानती है तो सम्बन्धित टीम को एससीवीटी की स्वीकृति हेतु विस्तृत पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए कहा जाएगा।
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कौशल एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री ने कहा कि ग्रुप इंस्ट्रक्टर या इंस्ट्रक्टर को इस काम के लिए प्रोत्साहित करने के मकसद से, उन्हें इस कार्य के लिए 50 हजार रुपये का मानेदय भी दिया जाएगा। यह मानदेय विभागीय कमेटी से एनसीवीटी के प्रारूप में हिन्दी व अंग्रेजी भाषा में विस्तृत पाठ्यक्रम तैयार करने की अनुमति मिलने के बाद दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित टीमें यह कार्य छुट्टी के दिन या आईटीआई के कार्यालय समय के बाद करेंगी ताकि उनका नियमित कार्य प्रभावित न हो।
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