सत्य खबर जींद, महाबीर मित्तल: महाभारतकालीन जयंती देवी मंदिर में भगवान कृष्ण के जन्म ओर उनकी बाल लीलाओं को देखकर श्रद्धालु जहां खुशी से झूमे, वहीं कंस के अत्याचार का चित्रण देखकर रूह कांप उठी। जयंती देवी मंदिर में यह नजारा वृंदावन से आये कलाकारों ने रासलीला के मार्फत प्रस्तुत किया। कृष्ण लीला के शुभारंभ बतौर मुख्यातिथि समाज सेविका मीना शर्मा ने किया। इस दौरान मीना शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि आज के इंटरनेट दौर में बच्चे, युवा और बुजुर्ग तक सोशल मीडिया में उलझे रहते हैं। इसके कारण युवा तक तनाव ग्रसित हो रहे हैं। ऐसे में इस तरह के धार्मिक आयोजन होना समाज के लिए बेहद फायदेमंद हैं। मंदिर के श्रद्धालुओं ने कृष्ण लीला का आयोजन करवाने का जो निर्णय लिया है, वह सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने मामा कंस का अंत करके इस बात का संदेश दिया है कि बुराई कितनी भी भयावह हो, उसका अंत होना निश्चित हैं। इसलिए हर व्यक्ति सुबह उठते ही इस बात का संकल्प जरूर लें कि उसे किसी ना किसी जरूरतमंद की सहायता करने के साथ-साथ कुछेक घंटे या फिर मिनट अपने प्रभु का स्मरण करना हैं। इस मौके पर मुख्यातिथि ने श्रद्धालुओं को कंबल वितरित किये। मंदिर में मुख्यातिथि के तौर पर पहुंचने पर मीना शर्मा को पुजारी नवीन कुमार शास्त्री, आरएसस के जिला विस्तारक संजीव बाल्याण, भाजपा नेता सुभाष शर्मा, राजकुमार वर्मा, जयप्रकाश ढांडा, मास्टर सोमवीर मलिक ने स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए शहर की सेवा में निरंतर आगे रहने की भूरि-भूरि प्रशंसा की। पुजारी नवीन कुमार शास्त्री ने बताया कि मंदिर प्रांगण में श्रीकृष्ण लीला रोजाना 3 बजे शुरू होगी और यह 14 सितंबर तक चलेगी।
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