सत्य खबर झज्जर (कुमार सनी) :- लॉक डाउन के दौरान विभिन्न गांवों में रहकर दिहाड़ी-मजदूरी करने वाले उन प्रवासी मजदूरों के चेहरे शनिवार को खिल उठे….जोकि काम ना मिलने से परेशान थे और पैसे-राशन खत्म होने के चलते काफी घुटन महसूस कर रहे थे..हांलाकि ये मजदूर मानते है कि मानवता के धर्म के
चलते उन्हें प्रसाशनिक स्तर पर मदद मिली और आमजन ने भी उनका सहयोग किया…लेकिन परिवार औऱ बच्चों से दूर होने के चलते वो काफी दुखी थे…
पिछले दिनों कराए गए रजिस्ट्रेशन और प्रशासन की सूचना पर शनिवार को इन प्रवासी
मजदूरों को रोड़वेज की आधा दर्जन बसों में बैठाकर यूपी के लिए रवाना किया गया…इस दौरान इन श्रमिकों के चेहरे पर अजीब सी मुस्कान थी और परिजनों से मिलने की खुशी से इनके चेहरे सराबोर थे…प्रशासन ने इन सभी की पहले थर्मल स्क्रीनिंग कराई और बाद में इन्हें बसों में बैठाकर यूपी के लिए रवाना कर दिया….इस दौरान श्रमिकों ने दोबारा से इस क्षेत्र में आने की बात भी कही…
प्रवासी मजदूरों को बसों में बैठाने आए बीडीओ रामफल ने बताया कि रजिस्ट्रेशन कन्फर्म होने के बाद प्रवासी मजदूरों की रवानगी की गई है…उन्होंने ये भी बताया कि जिला प्रशासन ने इन श्रमिकों के अलावा बिहार जाने वाले करीब 600 मजदूरों का भी डाटा तैयार कर लिया है…उन्हें भी अगले कुछ रोज में उनके गांव भेज दिया जाएगा
वीडियो भी देखे
बहराल कोरोना की वजह से लगे लॉक डाउन के चलते आक राज्य से दूसरे राज्य में काम करने वाले मजदूरों को अच्छी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है….जिससे उनको अपने घर जाने पर मजबूर होना पड़ रहा है…क्योंकि लॉक डाउन की वजह से उनको कार्य ना मिने पर घर की और रवानगी करने पड़ रही है…
Aluminium scrap green initiatives Scrap aluminium analysis Scrap metal lifecycle management
Aluminum radiators scrap Eco-conscious aluminium recycling Scrap metal trade regulations