मनोवैज्ञानिक समस्याओं के निदान हेतु वेबीनार आयोजित
सत्य खबर सफीदों, महाबीर मित्तल: जिज्ञासु बाल मन में तरह-तरह के विचार पैदा होते हैं। बच्चों में सही और गलत क्या है यह समझ नहीं होती। बच्चे साहस करके माता-पिता से तरह-तरह के सवाल करते हैं। समय रहते अगर उन सवालों का सही प्रत्युत्तर व उचित मार्गदर्शन किया जाए तो उनके भविष्य की राह आसान हो सकती है। घर बैठे बच्चों, अभिभावकों व शिक्षकों को मदद पहुंचाने हेतु डिजिटल मंच पर मनोवैज्ञानिक समस्याओं के निदान हेतु सवाल आपके जवाब हमारे कार्यक्रम की संरचना मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी रोहतक एवं राज्य नोडल अधिकारी, अनिल मलिक द्वारा हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की राज्य स्तरीय महत्वाकांक्षी परियोजना बाल सलाह परामर्श एवं कल्याण केंद्रों के अंतर्गत की गई है। इसी कड़ी में उपमंडल सफीदों के गांव बागडू कलां स्थित नेशनल स्कूल के विद्यार्थियों, अभिभावकों व शिक्षकों द्वारा विभिन्न मनोवैज्ञानिक समस्याओं के मद्देनजर सवाल पूछे गए। सवालों के जवाब मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से प्रदान करते हुए अनिल मलिक ने कहा कि लक्ष्य सिर्फ योजना बनाने व ख्याली पुलाव बनाने से हासिल नहीं किए जा सकते इसके लिए मानसिक और शारीरिक रूप से कठोर परिश्रम करना पड़ता है। लक्ष्य के प्रति समर्पित होने के रास्ते में अक्सर बाहरी, तकनीकी और विभिन्न लोगों के रूप में व्यवधान पैदा होते रहते हैं। हमेशा अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखें। अव्यवस्थित दिनचर्या से बचें, एक समय में एक ही काम पर ध्यान केंद्रित करें, हमेशा अपने काम पर नजर रखें, जो आप नहीं चाहते उसे छोड़ दें, अपनी गति का सही से प्रबंधन करना सीखें। विद्यार्थी जीवन में एक सृजनात्मक समय सारणी बनानी चाहिए। उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि सफलता कोई इत्तेफाक नहीं है। यह आपकी स्व इच्छाशक्ति, सहनशीलता, धैर्य, कड़ी मेहनत, संघर्ष, तपस्या और समर्पण भाव और उससे भी कहीं ज्यादा होती है। सबसे मुश्किल जीवन में होता है पहला कदम बढ़ाना क्योंकि संबंधित कार्य की सही जानकारी का अभाव, काम के प्रति रुचि का ना होना, घबराहट, फेल होने का डर, लोग क्या कहेंगे इत्यादि सवाल मन में पैदा होते हैं जो कदम बढ़ाने से रोकते हैं। बच्चों को चाहिए कि दूसरों की नजर में दिखावा करने से हमेशा बचे क्योंकि दिखावे में उर्जा ज्यादा नष्ट होती है, इससे आपका नुकसान हो सकता है व असफलता की आशंका रहती है। इस मौके पर स्कूल प्राचार्या उमा वर्मा, महिपाल चहल, सोनू मलिक, यशपाल चहल व मलकीत चहल मौजूद थे।
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