सत्यखबर,दिल्ली
भारत में बाबाओं के कारनामें आए दिन सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक मामल में अब राजस्थान में इस समय जेल में बंद 60 साल के तपस्वी बाबा का है। जिसके राज अब धीरे-धीरे खुलते जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि बाबा के आश्रम में सेविकाएं ज्यादा और सेवक कम थे। बाबा अपना कोई भी काम सेवकों से नहीं बल्कि सेविकाओं से कराते थे। पीडि़ताओं ने बताया कि जब भी बाबा के आश्रम में कोई भी नई महिला आती थी। तो बाबा की उस पर पूरी नजर रहती थी वो पहले महिलाओं की तारीफ करता था और फि र बाद में उन्हे अपने जाल में फं साता था।
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किसी भी नई महिला को बाबा तक पहुंचाने का काम उसकी सेविकाएं करती थी। पहले सेविकाएं बाबा की सेवा करने के बहाने नई महिला को उनके पास ले जाती थी। जिसके दो-तीन दिन बाद ही भांग का प्रसाद के पकौड़ खिला कर बाबा महिलाओं के साथ दुष्कर्म करता था। इतना ही नहीं गर्भवती होने पर वो उनका गर्भपात भी करा देता था। पीडि़ताओं ने बताया जिस भांग का इस्तेमाल बाबा प्रसाद या पकौड़ों में करता था। उसकी खेती बाबा आश्रम में ही करवाता था। इतना ही नहीं बाबा के आश्रम में आने वाले पति-पत्नियों को आश्रम के अंदर एक साथ रहने का अधिकार नहीं था। आश्रम में बाबा पति-पत्नी को अलग रखता था। आपस में मिलने भी नहीं देता था।
पीडि़ता ने तो यहां तक आरोप लगाया कि बाबा का आश्रम मुकुंदपुरा में है बाकी सभी की तरह उसका परिवार भी वहां रोज सेवा के लिए जाने लगा। शुरूआत में सभी दिन में जाते थे। फिर उसने पति से कहा कि रात में रुककर भी सेवा करो। उसके बाद हम रात में भी रुकने लगे। शुरूआत में मुझसे कहा गया कि बाबा के लिए चाय और खाना बनाओ। फि र उसने रात को कमरे में बुलाकर हाथ.पैर दबावा और प्रसाद खिलाया। प्रसाद खाते ही मैं बेसुद सी हो गई जिसके बाद उसने मेरे साथ दुष्कर्म किया।
पीडि़ता ने आरोप लगाया कि बाबा ने उसे डरा धमका कर कई बार दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं संस्कार सिखाने के नाम पर बाबा आश्रम में बच्चियों को बुलाता था। कई महिलाओं और बच्चियों के साथ भी उसने दुष्कर्म किया है। अगर महिला गर्भवती हो जाती तो वो उन्हें गोलियां दे देता था। गर्भपात नहीं होने पर अस्पताल में भी ऑब्शर्न करवा दिया जाता था।
पीडि़ता ने बताया कि बाबा आश्रम में आने वाली महिलाओं पर नजर रखता था। उनकी ज्यादा से ज्यादा तारीफ करता था। उन्हे लक्ष्मीस्वरूपा और भाग्यशाली कहता था। अगर महिला अपने परिवार की समस्या बताती तो वो उन्हें आश्रम में रुक कर सेवा करने के लिए कहता था। जिसके बाद बाबा महिला और परिवार के एक सदस्य को वहीं रोक लेता था। आश्रम में वो महिला और पुरुष दोनों को अलग-अलग ही रखता है। फिर उन्हें रात को कमरे में बुलाता है और उनके साथ रेप करता था। उन्हें बर्बाद करने की धमकी देता है।
वहीं पीडि़ता के आर्किटेक्ट पति ने बताया कि लोगों से आस्था के नाम पर लाखों रुपए लिए जाते थे। बाबा ने सरकारी संपत्ति कब्जा कर रखी थी। करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी भी बना रखी है। बिंदायका की पीडि़ता ने बताया कि बाबा छोटी-मोटी बीमारी से लेकर कैंसर के इलाज का भी दावा करता है।
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