सत्यखबर चंडीगढ़ (ब्यूरो रिपोर्ट) – विधानसभा चुनाव के लिए जननायक जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी हैं। जेजेपी ने एक पूर्व मंत्री और दो पूर्व विधायक समेत 7 वरिष्ठ नेताओं को प्रत्याशी घोषित किया हैं। इनमें पूर्व मंत्री हर्ष कुमार हथीन से चुनाव लड़ेंगे, पूर्व विधायक रामकुमार गौतम नारनौंद से प्रत्याशी, उकलाना से पूर्व विधायक अनूप धानक जेजेपी उम्मीदवार होंगे। वहीं जेजेपी ने पानीपत ग्रामीण से देवेंद्र कादियान, महेंद्रगढ़ से राव रमेश पालड़ी, नारनौल से कमलेश सैणी और बावल से श्याम सुंदर को टिकट दी हैं। उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए जेजेपी प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह ने कहा कि पार्टी ने युवा, महिला समेत सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए मजबूत, शिक्षित, युवा और विकासवादी प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है।
ये हैं जेजेपी की पहली सूची के सातों बेहतरीन उम्मीदवार
1. हर्ष कुमार (हथीन)
32 वर्ष से चुनावी राजनीति में हैं और हथीन सीट पर 7 विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। 1987 में पहला विधानसभा चुनाव लड़ने वाले हर्ष कुमार 1996 में हविपा से और 2005 में हथीन से निर्दलीय विधायक बने। 2014 के विधानसभा चुनाव में वे सिर्फ 6000 वोटों से चुनाव हारे थे। वे 1996 में बंसीलाल सरकार में मंत्री भी रहे। जेजेपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं।
2. रामकुमार गौतम (नारनौंद)
नारनौंद विधानसभा सीट पर 4 चुनाव लड़ चुके हैं। 2005 में भाजपा की टिकट पर चुनाव जीते जब पूरे हरियाणा में भाजपा के सिर्फ 2 विधायक बने थे। जेजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं।
3. अनूप धानक (उकलाना)
2014 में अपने पहले ही चुनाव में उकलाना विधानसभा सीट पर 41 प्रतिशत वोटों के साथ जीत दर्ज की। जेजेपी के गठन पर समर्थन देने वाले विधायकों में प्रमुख। जेजेपी ज्वाइन करने के लिए हाल ही में विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दिया।
4. राव रमेश पालड़ी (महेंद्रगढ़)
जेजेपी के महेंद्रगढ़ जिलाध्यक्ष हैं। इनेलो में भी कई वरिष्ठ पदों पर रहे।
5. देवेंद्र कादियान (पानीपत ग्रामीण)
जेजेपी के युवा नेता। उनके पिता सतबीर कादियान 1987, 1991 और 2000 में नौल्था सीट से विधायक बने जिसकी जगह परिसीमन में पानीपत ग्रामीण सीट बनी। सतबीर कादियान 2000 में बनी इनेलो सरकार में विधानसभा अध्यक्ष भी रहे। देवेंद्र कादियान की मां बिमला कादियान ने भी पानीपत ग्रामीण सीट से 2009 में विधानसभा चुनाव लड़ा था।
6. कमलेश सैणी (नारनौल)
2014 में नारनौल सीट पर इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ा और सिर्फ 4 हजार वोटों से जीत से चूक गई। उनके ससुर भाना राम सैणी ने भी 2009 में नारनौल से इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ा था और सिर्फ 3 हजार वोटों से चुनाव हारे थे।
7. श्याम सुंदर सभरवाल (बावल)
बावल सीट पर 2014 में इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं और पहले ही चुनाव में उन्होंने लगभग 36 हजार वोट लिए थे। एमबीए और एलएलएम की पढ़ाई कर चुके श्याम सुंदर फिलहाल जेजेपी के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के रेवाड़ी जिलाध्यक्ष हैं और इससे पहले वे इनेलो में भी इसी पद पर रह चुके हैं।
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