सत्य खबर जींद, महाबीर मित्तल: जींद के भाजपा विधायक डा. कृष्ण मिड्ढा विकास कार्यों को गति प्रदान करने के लिए लेकर लगातार प्रयास कर रहे हैं लेकिन अधिकारी हैं कि अपनी मनमारी के चलते इन विकास कार्यों को गति प्रदान नहीं कर रहे हैं। वीरवार को शहर की सड़कों की दुर्दशा को लेकर उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई और कहा कि जींद के अधिकारीयों से अच्छे तो उग्रवादी हैं जो कम से कम कहीं विस्फोट करने के बाद अपनी जिम्मेदारी तो ले लेते हैं लेकिन ये अधिकारी तो उनसे भी बुरे आदमी हैं। बाकायदा यह बात उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहरलाल से भी कही है और अब तो उन्हें खुद शर्म आ रही है की वो इन अधिकारियों के ऊपर विधायक हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि विकास कार्यों को लेकर अधिकारियों द्वारा लगातार बरती जा रही लापरवाही को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया जाएगा।
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गौरतलब है कि इस समय शहर की सड़कों का बहुत बुरा हाल है। आए दिन शहर के लोग सड़क, सीवरेज व अन्य समस्याओं को लेकर विधायक के पास पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को इन्हीं शिकायतों के संदर्भ में विधायक डा. कृष्ण मिड्ढा शहर के दौरे पर निकले। सबसे पहले वो आस्था अस्पताल के निकट मिनी बाइपास का निरीक्षण किया। यहां सड़क धंसने को लेकर उन्होंने बीएंडआर, जनस्वास्थ्य विभाग, सिंचाई विभाग तथा शहरी निकाय के अधिकारियों से जवाब-तलबी की। सभी अधिकारी सड़के धंसने को लेकर एक-दूसरे पर जिम्मेवारी थौंपने लगे। उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि लाखों रुपए खर्च कर बनाई गई सडक धंसी कैसे। इसके लिए कौन जिम्मेवार है। वहीं मिनी बाइपास से स्कीम नंबर पांच, छह को जोडऩे वाले रास्ते का भी रहा। जिसे सीवरेज पाइप लाइन डालने के लिए उखाड़ा गया है। रास्ता बाधित होने के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आसपास के लोगों ने भी विधायक के सामने अपनी बात रखी। जिस पर विधायक ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को फटकार लगाई और तीन दिन में जेड़ी सात पर सड़क का निर्माण करवाए जाने की बात कही।
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विधायक डा. कृष्ण मिड्ढा ने कहा कि अमरूत योजना के कार्यों की जांच को लेकर विधानसभा कमेटी ने दौरा किया। जिसमें साफतौर पर लापरवाही सामने आई। इसकी रिपोर्ट तैयार कर विस अध्यक्ष को सौंप दी गई। रिपोर्ट में साफ तौर पर अधिकारियों को जिम्मेवार ठहराया गया है। जिसके चलते उन पर गाज गिरनी भी लगभग तय है। वो शहर को विकास के मामले में आगे ले जाना चाह रहे हैं लेकिन अधिकारी उनका साथ नहीं दे रहे हैं। सरकार ने जींद के विकास को लेकर कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते विकास योजनाएं सिरे नहीं चढ़ पा रही हैं। अब इस मामले की शिकायत सीएम मनोहरलाल से की जाएगी।
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