सत्यखबर हरियाणा (अशोक छाबड़ा) – खरखौदा बाईपास पर गोदाम में रखी शराब तस्करी का षड्यंत्र रचने, धोखाधड़ी, आरोपी को बचाने के लिए उसकी मदद करने और भ्रष्टाचार अधिनियम में दो दिन के रिमांड पर लिए गए जयपाल के तस्करी के आरोपी भूपेंद्र व उसके भाई जितेंद्र से करीबी रिश्ते रहे हैं। एसआईटी की पूछताछ में सामने आया है कि वह कई साल से उनके संपर्क में था। वहीं मामले में फरार चल रहे नरेंद्र के साथ जयपाल पर बड़ी कार्रवाई के लिए एसपी ने दोनों ने प्रशासनिक जांच शुरू करा दी है। इसमें जयपाल के रिकार्ड की जांच के लिए तीन व नरेंद्र की जांच के लिए दो प्रशासनिक टीम काम कर रही हैं। गोदाम में शराब की गिनती जारी है।
खरखौदा में शराब का खेल लंबे समय से चल रहा था। बताया जा रहा है कि करीब एक दशक से शराब तस्करी का गोरखधंधा चल रहा था। इसमें कई पुलिस कर्मियों को भी शामिल किया गया। आरोप है कि जयपाल भी भूपेंद्र के साथ इसमें लंबे समय से मिला हुआ है। जयपाल पर आरोप है कि उसने शराब तस्करी और केस प्रापर्टी की शराब गोदाम से ठिकाने लगाने में भूपेंद्र की सहायता की।
भूपेंद्र के साथ ही जयपाल के उसके भाई जितेंद्र से भी अच्छे संबंध थे। बताया गया है कि करीब चार पहले जयपाल की खरखौदा थाने में नियुक्ति हुई थी। इसी दौरान वह भूपेंद्र का करीबी बन गया। उसका तबादला हुआ तो भूपेंद्र ने अपने रसूख से उसे दोबारा खरखौदा में नियुक्ति दिला दी। वर्ष 2018 के आखिर में उसका फिर से तबादला हो गया था। वर्ष 2019 में उसे फिर यहां नियुक्ति मिल गई।
जयपाल व नरेंद्र पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी
पुलिस विभाग की तरफ से एएसआई जयपाल के साथ ही फरार आरोपी पुलिस कर्मी नरेंद्र पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। एएसआई जयपाल की जांच के लिए तीन प्रशासनिक जांच कराई जा रही है। वहीं नरेंद्र की जांच दो टीम कर रही है। उनकी रिपोर्ट आने के बाद दोनों की शराब के खेल में पूरी संलिप्तता का पता लगाकर उनके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी। मामले में बर्खास्त जसबीर के साथ ही नरेंद्र भी अभी तक फरार है। वहीं तस्कर के भाई जितेंद्र का भी पुलिस सुराग नहीं लगा पाई है।
शराब की गिनती जारी
गोदाम में रखी शराब की गिनती सोमवार देर शाम तक भी पूरी हो सकी। गोदाम में गिनती का काम जारी है। एसईटी के निर्देश पर एसपी रोहतक राहुल शर्मा के निर्देशन में दो डीएसपी, 10 इंस्पेक्टर व 40 अन्य कर्मी गिनती करा रहे हैं। गिनती पूरी होने पर मिलान कराया जाएगा।
गुजरात के धीरेंद्र से जुड़े थे भूपेंद्र के तार
सोनीपत। शराब तस्करी का आरोपी भूपेंद्र व उसका साथी सतीश गुजरात में शराब की तस्करी करते थे। वहां पर उनकी मदद गुजरात के जूनागढ़ का रहने वाला धीरेंद्र करता था। यहां से तस्करी कर गुजरात ले जाई जाने वाली शराब को वहां धीरेंद्र ही सप्लाई कराता था। धीरेंद्र ही स्थानीय पुलिस से सांठ-गांठ करता था। अब पुलिस भूपेंद्र के अन्य प्रदेशों में तस्करों से संबंधों की कुंडली खंगाल रही है।
लॉकडाउन में शराब की बड़े स्तर पर तस्करी में नाम आने के बाद आरोपी भूपेंद्र ने खरखौदा में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। उसके बाद से पुलिस उसके बारे में जानकारी जुटा रही है। रिमांड पर लेकर की गई पूछताछ के बाद से पुलिस उसके संबंधों की जांच करने में लगी है। अब पुलिस की जांच में सामने आया है कि भूपेंद्र व उसका साथी सतीश गुजरात के जूनागढ़ के रहने वाले धीरेंद्र को शराब की सप्लाई करते थे।
यहां से तस्करी कर शराब ले जाने के लिए स्थानीय पुलिस कर्मियों से सांठ-गांठ कर रखी थी तो गुजरात में शराब तस्करी के लिए धीरेंद्र वहां की पुलिस से मदद दिलवाता था। यहां से शराब को प्याज व अन्य खाद्य पदार्थ के नीचे छिपाकर ले जाया जाता था। गुजरात में जहां शराब के पकड़े जाने का डर होता था वहां पर धीरेंद्र उनकी मदद करता था। यहां से सप्लाई की गई शराब को धीरेंद्र आगे सप्लाई करता था। पुलिस टीम अब अन्य प्रदेशों में भूपेंद्र के साथियों के बारे में पता लगा रही है।
भूपेंद्र व उसके साथियों के बारे में जांच करते हुए पता लगा कि वह गुजरात के जूनागढ़ के रहने वाले धीरेंद्र को शराब की सप्लाई करते थे। यहां से तस्करी कर ले जाई जाने वाले शराब को वह आगे सप्लाई कराता था। पुलिस भूपेंद्र व उसके साथियों के बारे में हर जानकारी जुटा रही है।
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