सत्य खबर, चण्डीगढ़। हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी विजय वर्धन राठौर मंगलवार को रिटायर हो गए। सीनियर आईएएस अफसर विजय वर्धन राठौर की जगह सरकार ने संजीव कौशल को प्रदेश का नया चीफ सेक्रेटरी नियुक्त किया है। संजीव कौशल बुधवार को कार्यभार ग्रहण करेंगे।
विजय वर्धन राठौर की रिटायरमेंट को देखते हुए ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि मनोहर सरकार उन्हें तीन महीने की एक्सटेंशन दे सकती है। मंगलवार दोपहर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस तरह की तमाम चर्चाओं पर यह कहते हुए विराम लगा दिया कि सरकार जल्दी ही प्रदेश में नया चीफ सेक्रेटरी नियुक्त करेगी। इसके बाद सीनियोरिटी के आधार पर संजीव कौशल को मुख्य सचिव बनाए जाने के आदेश जारी हो गए।
संजीव कौशल 1986 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। सरकार ने उन्हें चीफ सेक्रेटरी के अलावा सामान्य प्रशासन विभाग, संसदीय कार्य मामले, विजिलेंस और प्रशासनिक सुधार विभाग की जिम्मेदारी दी है। इससे पहले वह वित्तायुक्त एवं राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव थे।
चीफ सेक्रेटरी बनने वाले अपने परिवार के तीसरे शख्स
संजीव कौशल की रिटायरमेंट जुलाई 2024 में होगी। संजीव कौशल अपने परिवार के तीसरे व्यक्ति हैं जो चीफ सेक्रेटरी की कुर्सी तक पहुंचे हैं। संजीव कौशल के बड़े भाई सर्वेश कौशल पंजाब के चीफ सेक्रेटरी रह चुके हैं। इससे पहले संजीव कौशल के ससुर बीआर ओझा भी हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी रह चुके हैं। बीएस ओझा नब्बे के दशक की शुरुआत में हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी थे। संजीव कौशल के पिता स्वर्गीय बलदेव कौशल भी हरियाणा सरकार में इंजीनियर-इन-चीफ रहे।
हरियाणा के 35वें चीफ सेक्रेटरी
संजीव कौशल हरियाणा के 35वें चीफ सेक्रेटरी हैं वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार में वह चीफ सेक्रेटरी बनने वाले पांचवें आईएएस अफसर हैं। कौशल इससे पहले मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव रह चुके हैं। हरियाणा के नए चीफ सेक्रेटरी की दौड़ में पहला नाम संजीव कौशल का ही था और सरकार ने उनके नाम के आदेश भी जारी कर दिए। संजीव कौशल के चीफ सेक्रेटरी की कुर्सी तक पहुंचने में उनकी साफ-सुथरी छवि ने भी अहम रोल निभाया। संजीव कौशल का नाम कभी किसी तरह के विवाद में नहीं आया।
पीके दास को मिले संजीव कौशल के विभाग
संजीव कौशल के चीफ सेक्रेटरी बनने के बाद सरकार ने उनके विभाग वित्तायुक्त एवं राजस्व और आपदा प्रबंधन की जिम्मेदारी अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास को सौंप दी। पीके दास भी 1986 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और हरियाणा के गृह सचिव रह चुके हैं। पीके दास ने शिक्षा विभाग और बिजली विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव रहते हुए बहुत सारे सुधार के काम किए। दास की गिनती भी सुलझे हुए अधिकारियों में होती है।
Aluminium scrap depollution Aluminium recycling safety protocols Scrap metal end markets