सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
सिक्ख साम्राज्य के संस्थापक एवं महान योद्धा महाराजा रणजीत सिंह सचमुच पंजाब के शेर थे। वे सबको समान दृष्टि से देखते थे। यह कथन नरवाना के मशहूर फिजियोथेरेपिस्ट डा. राजेश गुप्ता ने महाराजा रणजीत सिंह की जयंती पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहे। डा. राजेश गुप्ता ने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह के शौर्य और पराक्रम की गाथाओं से इतिहास भरा पड़ा है, इसीलिए तो उन्हें शेर-ए-पंजाब के नाम से पुकारा जाता है। उन्होंने कभी किसी से भेदभाव नहीं किया। उनके सामने अमीर-गरीब, छोटा-बड़ा तथा ऊंच-नीच सब समान थे। ऐसे बहादुर तथा समदर्शी महानुभाव को वह जयंती पर कोटि-कोटि नमन करते हैं और देशवासियों से अपील करते हैं कि वे भी महाराजा रणजीत सिंह से प्रेरणा लेते हुए आपस में भाईचारा और सौहार्दपूर्ण व्यवहार वाला जीवन बिताएं।
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