सत्यखबर, चंडीगढ़: हरियाणा में पिछले चार दिन से सरसों खरीद को लेकर किसानों को ढेर मुश्किलें आई है। अब कल से गेहूं खरीद शुरू होनी है, सरकार को साबित करना होगा कि प्रशासनिक ढांचा किसान के प्रति संवेदनशील है। अगर सरकार सिर्फ कोरे ब्यानों से अपनी नीति, प्रबन्ध व असंवेदशीलता पर पर्दा डालना चाहे तो किसान यह स्वीकार नहीं करेगा। स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेन्द्र यादव ने बयान जारी कर कहा। यादव ने कहा कि अभी भी कुछ अफसर फोन पर व मीडिया से कह रहे हैं कि सरसों खरीद 19 अप्रैल के बाद भी जारी रहेगी । कल हरियाणा के विभाग के आला अफसर पी के दास ने मुझे (योगेन्द्र यादव) को विश्वास दिलाया कि खरीद 19 अप्रैल के बाद भी जारी रहेगी। योगेन्द्र यादव ने हैरानी व्यक्त की कि मुख्यमंत्री ने अभी भी 19 अप्रैल तक खरीद होने के बयान को न वापिस लिया न ही इस पर सफाई दी है। राजीव गोदारा (अध्यक्ष, स्वराज इंडिया, हरियाणा) ने सरकार के दस्तावेजों, मुख्यमंत्री व अफसरों के बयानों से बनने वाली अनिश्चितता के लिए सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार जुबानी जमा खर्च से नहीं चलती बल्कि लिखित आदेश व सर्कुलर से चलती है। इसलिए सरकार लिखित में अपनी नीति व प्लानिंग बताये। उन्होंने कहा कि सरसों खरीद के मामले में सरकार अपनी वेबसाइट पर जारी हुए गेट पास व असल खरीद का आंकड़ा देती है। मगर सरकार हर शाम जारी विज्ञापन रूपी बयान में जारी किए गेट पास को ही खरीद के आंकड़े के रूप में पेश करती है। जबकि वेबसाइट जारी किए पास व असल खरीद का आंकड़ा बताती है तो जारी गेट पास से असल खरीद 30 से 40 फीसदी तक कम हुई होती है। आज तो खबरें ये भी आई है कि कहीं कहीं खरीद केंद्र में लिफ्टिंग न हो पाने के चलते खरीद बंद करनी पड़ी है। स्वराज इंडिया, हरियाणा के प्रदेश महासचिव दीपक लाम्बा ने कहा कि खरीद केंद्र में फसल को ढकने जैसी जरूरी सुविधा नहीं है, किसानों को मंडी आने की सूचना देर से मिलती है। वहीं नमी के नाम पर किसानों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खबरें ये आ रही है कि गेहूं खरीद के लिए खरीद केंद्रों पर अभी तक जरूरी प्रबंध नहीं हो पाए हैं ।
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