मानसून ने देश के कई इलाकों में दस्तक दे दी है, देश के कई महानगरों में भारी बारिश शुरू हो चुकी है। जहां ये मानसून हमें गर्मी से राहत देता हैं वहीं ये अपने साथ कुछ परेशानियां भी लेकर आता है। मसलन, इस मानसूनी बारिश के दौरान ड्राइविंग के समय खास बातों पर गौर करना बेहद जरूरी होता है।यदि आप भारी बारिश में पानी से भरे हुए सड़कों से होकर गुजरते हैं कुछ ऐसी बातें होती हैं जिन पर आम तौर पर लोग ध्यान नहीं देते हैं और गलतियां कर बैठते हैं। जिसके कारण मानसून में ड्राइविंग का मजा एक सजा में बदल जाता है। आज हम आपको अपने इस लेख में ऐसी ही 10 गलतियोें के बारे में बताएँगे जिनके बारे में आपको सावधान रहने ही खासी जरूरत है।
1. पानी में उतरकर गहराई न नापें:
पानी से भरी सड़क पर ड्राइव करते समय ऐसा कई बार देखा जाता है कि, कुछ लोग पानी के बीच में उतर जाते हैं और गहराई का अंदाजा लगाने लगते हैं। आपको बता दें कि, ये बेहद ही खतरनाक होता है। ऐसा कत्तई न करें, क्योंकि सड़कों के नीचे से होकर जाने वाले सीवर लाइनों के मेनहोल के ढक्कन सड़क पर उपर की तरफ होते हैं। हो सकता है कि, मेनहोल का ढक्कन खुला हो और भारी जल जमाव के कारण आपको वो दिखाई न दें। ये एक भारी दुर्घटना का कारण बन सकता है। आम तौर पर कई लोगों के साथ ऐसी घटना होते देखा गया है। इसलिए ऐसे मौके पर अपने वाहन को एक किनारे लगायें और पानी के हटने का इंतजार करें।
2. पानी की बौछार करने से बचें:
बारिश के दौरान कई लोगों को पानी में तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने में मजा आता है साथ ही वो जान बुझकर ऐसे रास्तों पर गाड़ी दौड़ाते हैं जहां पर जल जमाव होता है ताकि वो पानी की बौछारें निकाल सकें। हो सकता है कि, ऐसा करने में आपको भी मजा आता हो लेकिन ऐसा करना मुश्किल को दावत देने जैसा है। जी हां, कई बार पानी का कुछ हिस्सा कार के बोनट और अन्य खुले हुए रास्तों से इंजन में दाखिल हो जाता है जिसके कारण तकनीकी खराबी आने की संभावनाएं बढ़ जाती है। इसके अलावा आपके इस कारनामे से सड़क पर पैदल या दोपहिया वाहनों से चल रहे लोगों को भी भारी परेशानी होती है। इसलिए ऐसा करने से बचें और स्लो स्पीड में सुरक्षित ड्राइव करें।
3. जल जमाव में गाड़ी खड़ी न करें:
पानी से भरे सड़क पर कभी भी दूसरे वाहनों का पीछा न करें इसके अलावा ऐसी किसी भी जगह पर अपने वाहन की रफ्तार को धीमा न करें जहां पर पानी का स्तर ज्यादा दिखे। क्योंकि, जल जमाव दौरान इस बात का पता भी नहीं चल पाता है कि, कब पानी का स्तर बढ़कर आपकी कार के दरवाजों से भीतर आने लगता है। इसलिए वाहनों के पीछे अपनी कार को कत्तई खड़ा न करें। ऐसे रास्तों का चुनाव करें जहां पर पानी का स्तर कम से कम हो।
4. वाहनों का पीछा करने से बचें:
इसके अलावा कुछ वाहन चालकों को देखा जाता है कि, वो अपने से आगे वाले वाहन चालकों को किसी अंध भक्त की तरह विश्वास करते हैं। इस दौरान वो बिना किसी तस्दीक के ही अपने वाहन को सामने वाले वाहन के पीछे लगा देते हैं और ऐसा सोचते हैं कि, जहां भी वो वाहन जायेगा मैं उधर निकल जाउंगा। ऐसी गलती कत्तई न करें, क्योंकि गई बार लोग दूसरों की गलती की वजह से खुद को मुसीबत में डाल देते हैं। इसलिए किसी भी वाहन को अंधभक्त की तरह फॉलो न करें। पहले रास्तें के बारे में खुद तस्दीक करें उसके बाद ही किसी वाहन के पीछे अपनी कार को लगायें।
5. सही और सुरक्षित रास्ते का चुनाव:
आज के समय में सड़कों का इस तरह से निर्माण किया जाता है ताकि पानी सड़क के किनारों की तरफ बहता है। यानी की सड़क के बीच का हिस्सा थोड़ा सा उंचा बनाया जाता है जिससे पानी किनारों की तरफ निकल जाता है। ऐसे दौर में आप भी सही और सुरक्षित सड़क का ही चुनाव करें और अपने वाहन को ज्यादा से ज्यादा सड़क के बीच में रखने की कोशिश करें। किनारों पर सड़क के हिस्सों के टूटने के कारण मिट्टी और कीचड़ का भय रहता है। आपको बता दें कि, यदि आपकी कार सड़क के किनारों पर किसी मिट्टी या कीचड़ में फंस गई तो आपकी मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं इसलिए ऐसा करने से बचें।
6. यदि गाड़ी बंद हो जाये तो परेशान न हों:
यदि आपकी कार अचानक से चलते हुए बंद हो जाये तो घबरायें नहीं क्योंकि, कई बार ऐसा होता है कि भारी जल जमाव वाले रास्तों से गुजरने के दौरान बरसात का पानी किसी माध्यम से इंजन के भीतर चला जाता है। इस दौरान बार बार इंजन को स्टॉर्ट करने की बेवजह कोशिश न करें। इससे आपकी मुश्किल आसान नहीं होगी बल्कि और भी बढ़ेगी। जब आपको इस बात का पता चल जाये कि, अब आपकी कार स्टॉर्ट नहीं हो सकती है। तो तत्काल इस बात की सूचना दूसरों को दें और गाड़ी को खिंचवाने के लिए मदद की मांग करें। क्योंकि एक बार पानी इंजन में चला जायेगा तो इसे मकैनिक ही ठीक कर सकता है। इसलिए परेशान होने के बजाय मदद की मांग करें।
7. हमेशा रखें वैकल्पिक रास्तों का ज्ञान:
यदि आपके रोजाना के रूट यानी की उस रास्ते पर जल जमाव हो जहां से आप हर रोज जाते हैं तो ऐसे में वैकल्पिक रास्तों का ज्ञान होना बेहद ही जरूरी होता है। आप जहां से भी रोज गुजरते हैं उस रूट के अलावा दूसरों रास्तों के बारे में भी जानकारी रखें। यदि दूसरे रास्ते पर पानी का स्तर कम हो तो ये आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है। याद रखें पानी जितना कम होगा आपके लिए उतना ही अच्छा होगा। इसलिए कभी भी जल्दबाजी में भारी जल जमाव वाले रास्ते का चुनाव न करें।
8. हड़बड़ी में ब्रेक न लगायें:
ये एक ऐसी समस्या है जिसे आम तौर पर ज्यादातर वाहन चालकों में देखने को मिलती है। कई बार लोग बरसात के दौरान सड़क पर अचानक से ब्रेकर या फिर किसी गढ्ढे के आ जाने पर अचानक से ब्रेक मारते हैं। आपको बता दें कि, ये बेहद ही खतरनाक होता है। इससे गाड़ी के स्कीड यानी की फिसलने के चांसेज बढ़ जाते हैं। इसके अलावा यदि आप ऐसे रास्ते पर हैं जहां पर भारी जल जमाव है तो वहां पर ब्रेक मारने के बाद पानी एक्जॉस्ट के रास्ते भीतर भी आ सकता है जिससे आपकी कार बंद हो सकती है। इसलिए यदि आपने बिना देखे ब्रेकर या फिर गढ्ढे के उपर से गाड़ी निकाल दी है तो अचानक से ब्रेक न मारें और हल्के से वाहन की गति को संभालते हुए आगे बढ़ें।
9. ब्रेक को चेक करना:
जब आप ऐसे रास्तों से आगे निकल जायें जहां भारी जल जमाव था, तो अपने वाहन को किसी सुखे और सुरक्षित स्थान पर रोकें और वाहन के ब्रेक्स और अन्य हिस्सों को चेक करना न भूलें। इस दौरान समय समय पर ब्रेक को अप्लाई करते रहें ताकि, भीतर से वो सूख जाये और उसका प्रभाव कम न हो। कई लोग ऐसा नहीं करते हैं तो इस बात का पूरा ख्याल रखें कि, आप तत्काल ऐसे इलाके से होकर आयें हैं जहां पर भारी जल जमाव था। तो ऐसे में पूरा चांस है कि, पानी आपके वाहन के भीतरी हिस्सों में चल गया हो। ऐसे में वाहन को रोक कर चेक करना न भूलें।
10. पानी के हटने का इंतजार न करना:
सबसे आखिरी में हमारा यही सुझाव होगा कि, ऐसे मौकों पर आप सड़क से पानी के हटने का इंतजार करें। बहुत से लोग जल्दबाजी में पानी से भरे सड़क पर गाड़ी दौड़ाने लगते हैं, तो यदि आपके पास समय हो और कहीं पहुंचने की जल्दी न हो तो कोशिश करें कि गाड़ी को एक साइड में खड़ी करें और सड़क से पानी के हटने का इंतजार करें। ध्यान रखें कि स्वयं की सुरक्षा करना आपकी खुद की जिम्मेदारी है। ऐसे किसी भी परिस्थिती में खुद को जान बुझकर न डालें जहां आपको मुश्किलों का सामना करना पड़े।
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