सत्य खबर, रायबरेली । यहां एक शादी शहर में चर्चा का विषय बन गयी है. यह विवाह किसी सामान्य व्यक्ति का नहीं, बल्कि देश की रक्षा में शहीद हुए एक भाई की बहन का था. पिछले साल इस बहन ने अपने भाई को खोया तो उसे लगा कि अब उसके सिर से भाई का साया उठ गया.
हालांकि, उसकी शादी में उसकी डोली उठाने शहीद भाई के दर्जनों साथी पहुंच गए. यह भाई कोई और नहीं, बल्कि सीआरपीएफ के वर्दीधारी जवान थे. उनके आने से ये विवाह यादगार बन गया. परिजनों के लिए ये न भूलने वाला समारोह बन गया.बता दें कि शहर के प्लीजेंट व्यू मैरिज हाल में ज्योति की बारात आई थी. ज्योति के भाई शैलेंद्र प्रताप सिंह सीआरपीएफ के जवान थे.
बीते 5 अक्टूबर 2020 को जम्मू में एक आतंकी हमले में शैलेंद्र वीरगति को प्राप्त हुए थे. शहादत के सालभर बाद शहीद शैलेंद्र की बहन ज्योति की शादी थी. इस शादी में शहीद के साथी जवानों को आमंत्रित किया गया था.इन जवानों ने यहां वर्दी पहन कर शिरकत की. भाई के सारे फर्ज पूरे किए. अगवानी से लेकर जयमाल व विदाई तक भाई द्वारा निभाई जाने वाली हर रस्म इन सैनिकों ने निभाया. साथ ही वर-वधु को तोहफे के साथ ही आशीर्वाद भी दिए.
शहीद के पिता की आंखों में भले ही बेटे की शहादत को याद कर आंसू आ जाते हों, लेकिन बेटी की शादी में वर्दीधारी जवानों की मौजूदगी उन्हें गौरवान्वित कर गई. उन्होंने बताया कि साथी जवानों ने आश्वासन दिया कि हम हर पल आपके साथ हैं.जवानों के वह जुमले भी शहीद के पिता बार-बार दोहराते हैं जब उन्होंने कहा था, देखिये एक बेटे के बदले आपको सैकड़ों बेटे मिल गए हैं. जवानों ने केवल शहीद की बहन को अपनी बहन की तरह विदा ही नहीं किया, बल्कि वर-वधु को सोने की अंगूठी जैसे कीमती तोहफे भी दिए.
शहीद जवान के पिता नरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि इस विवाह ने हर उस व्यक्ति को भावुक कर दिया, जिसने इस शादी में शिरकत की या उसे इस बारे में पता चला. ये शादी लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है. शहीद के साथियों की प्रशंसा हर जगह हो रही है.
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