सत्यखबर, चढ़ीगढ़
हरियाणा में कोरोना वायरस के कारण आर्थिक स्तर पर हालात खराब होते दिख रहे है। पहले 21 दिन और अब 3 मई तक बढ़ चुके लॉकडाउन ने प्रदेश की आर्थिक तौर पर कमर तोड़ दी है। सरकार के पास पैसे की कमी पड़ रही है इसलिए करीब 4600 करोड़ रूपए का कर्जा लेना पड़ सकता है। ये बात हम नहीं कह रहे ये बात खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस बात के संकेत दिए है.
हरियाणा को करोड़ो का हो रहा नुक्सान
आपको बता दे की सीएम खट्टर रोजाना 5. बजे आधा घंटा लाईव आकर कोरोना वायरस को लेकर लोगो से बातचीत करते है… सीएम ने कहा है कि कोरोना के कारण आर्थिक स्थिति बिगड़ी है। अगर केंद्र सरकार से विशेष पैकेज मिलता है तो ठीक नहीं तो कर्ज लेना पड़ेगा। जीएसटी के 2500 करोड़ आने थे, अब 1000 करोड़ रुपये आने का अनुमान है। स्टांप ड्यूटी से 600 की बजाय अब न के बराबर आएगा, बता दे की जमीनों की खरीद फरोख्त रुक चुकी है। आबकारी ड्यूटी से 1000 करोड़ की जगह 100 करोड़ आने का अनुमान है। वैट के 782 करोड़ में से 100 करोड़ के लगभग ही आएंगे। अन्य टैक्स से भी करोड़ों रुपये आने थे, जिन पर ब्रेक लग गया है। कुल मिलाकर सरकार को 4200 करोड़ रूपए का कर्जा लेना पड़ेगा। साथ ही सीएम खट्टर ने सभी से सहयोग करने की अपील की है।
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