सत्यखबर, चंडीगढ़
पद्मश्री वीरेंद्र सिंह उर्फ गूंगा पहलवान ने गुरुवार को देर शाम हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की । इस मुलाकात में सीएम मनोहर लाल ने पद्मश्री वीरेंद्र सिंह को आश्वासन दिया कि खेल पॉलिसी के मुताबिक जिस नौकरी और अन्य लाभ के पात्र होंगे उन्हें वो सभी सुविधाएं दी जाएंगी । इस आश्वासन के बाद पद्मश्री वीरेंद्र सिंह ने सीएम का धन्यवाद किया। बता दें कि 9 नवंबर 2021 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा गूंगा पहलवान को पद्म श्री के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया । राष्ट्रपति से अवॉर्ड मिलने के बाद वे हरियाणा भवन पहुंच गए । यहां गूंगा पहलवान दिल्ली के हरियाणा भवन के सामने धरने पर बैठ गए । इसके बाद ट्विटर पर विरेंद्र सिंह ने अपनी तस्वीर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी आपके आवास दिल्ली, हरियाणा भवन के फुटपाथ पर बैठा हूं और यहां से जब तक नहीं हटूंगा जब तक आप हम मूक-बधिर खिलाड़ियों को पैरा खिलाड़ियों के समान अधिकार नहीं देंगे ।
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विरेंद्र सिंह ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि जब केंद्र हमें समान अधिकार देती है तो आप क्यों नहीं?. हालांकि देर शाम को हरियाणा के खेल निदेशक पंकज नैन ने फोन कर इस मसले पर गूंगा पहलवान से बात की । तब जाकर उन्होंने अपना धरना खत्म कर दिया । गुरुवार को विरेंद्र सिंह ने पंचकूला में खेल निदेशक आईपीएस पंकज नैन से मुलाकात भी की। गूंगा पहलवान ने स्पोर्ट्स डायरेक्टर के सामने कैश अवार्ड में अनदेखी मामले को लेकर अपनी तमाम समस्याओं को रखा था । जिसके बाद खेल महानिदेशक ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि गूंगा पहलवान की समस्याओं को लेकर बातचीत सार्थक रही है । इनकी मांग है कि पैरा खिलाड़ियों की तर्ज पर उन्हें भी कैश अवार्ड दिया जाए।
पद्मश्री वीरेंद्र सिंह के मामले को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार कमेटी गठित करने का फैसला लिया गया है जो पूरे मामले की समीक्षा करेगी । वहीं गूंगा पहलवान के भाई रामवीर ने भी बताया कि खेल निदेशक की ओर से भी आश्वासन दिया गया कि उनकी मांग को पूरा किया जाएगा ।
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