कलाम आश्रम में रह रहे बच्चों ने आश्रम की साफ- सफाई व्यवस्था का किया निरीक्षण
स्वच्छता रखने से अनेक बीमारियां रहती है मानव से दूर : नरेन्द्र अत्री
सत्य खबर जींद, महाबीर मित्तल: उपायुक्त कॉलोनी स्थित कलाम आश्रम में शुक्रवार को स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत स्वच्छता के प्रति जागरूक करने को लेकर हस्ताक्षर अभियान का आयोजन किया गया। बाल कल्याण कमेटी के चेयरमैन नरेन्द्र अत्री ने पहला हस्ताक्षर कर इस अभियान का विधिवत रूप से शुभारम्भ किया। इस अवसर पर जिला बाल कल्याण अधिकारी अनिल सिंगला, डीसीपीओ सुजाता, संरक्षण अधिकारी जोनी नरवाल, कलाम आश्रम की इंचार्ज शांति देवी समेत कई अधिकारी उपस्थित रहे। नरेन्द्र अत्री ने इस अवसर पर कहा कि महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है।
इस अभियान के अन्तर्गत स्वच्छता ही सेवा नामक कार्यक्रम शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत लोगों को दिल से स्वच्छता अपनाने के प्रति प्रेरित किया जा रहा है । प्रदेश के सभी 64 बाल कल्याण संस्थानों में गहराई से स्वच्छता (डिप क्लीनिंग) को लेकर कार्यक्रम शुरू किया गया है। इन संस्थानों में रसोई, वाशरूम, शौचालय, पुस्तकालय, डोर मैट्री, मैश, आरो, वाटर क्लीनर इत्यादि की सफाई करवाई जा रही है ताकि यहां रहने वाले बच्चों को पूर्ण रूप से स्वस्थ रखा जा सके। यहीं नहीं बच्चों को भी स्वच्छता अपनाने बारे भी जागरूक किया जा रहा है ताकि स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने में अपना योगदान दे सकें। उन्होंने बच्चों से यह भी कहा कि न केवल व्यक्तिगत स्वच्छता बल्कि वैचारिक स्वच्छता की और भी ध्यान देना चाहिए। महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशानुसार जिला बाल संरक्षण इकाई जींद की और से आयोजित इस कार्यक्रम में कलाम आश्रम में रह रहे बच्चों ने कलाम आश्रम की साफ- सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। हालांकि बच्चों द्वारा किए गए निरीक्षण में निकलकर सामने आया कि कलाम आश्रम पूरी तरह से स्वच्छ है। बच्चों की मांग पर बाल कल्याण कमेटी जींद के चेयरमैन नरेन्द्र अत्री ने आश्रम में सब्जी उगाने के लिए संसाधन जुटाने की बात कहीं।
यह भी पढ़ें:- UAE से दवाएं और भोजन सामग्री लेकर कार्गो एयरक्राफ्ट काबुल पहुंचा
यह दिलवाई गई शपथ : स्वच्छता प्रतिज्ञा मुझे एक भारतीय होने पर गर्व है। मेरे देश की महान विरासत और संस्कृति हमेशा मुझे प्रभावित करती है और मुझे दिशा देती है। महात्मा गांधी ने एक ऐसे भारत का सपना देखा था जो न केवल स्वतंत्र हो बल्कि स्वच्छ और विकसित भी हो। महात्मा गांधी ने भारत माता के लिए स्वतंत्रता प्राप्त की। अब हमारा कर्तव्य है कि देश को साफ-सुथरा रखकर भारत माता की सेवा करें। मैं यह संकल्प लेता हूं कि मैं स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्ध रहूंगा और इसके लिए समय दूंगा। स्वच्छता के लिए स्वेच्छा से काम करने के लिए मैं प्रति वर्ष 1०० घंटे यानी प्रति सप्ताह दो घंटे समर्पित करूंगा। मैं न कूड़ा करूंगा और न दूसरों को कूड़ा डालने दूंगा। मैं अपने आप से, अपने परिवार से, अपने मोहल्ले से, अपने गांव से और अपने कार्यस्थल से स्वच्छता की खोज की शुरुआत करूंगा। मेरा मानना है कि दुनिया के जो देश साफ-सुथरे दिखाई देते हैं, वे इसलिए हैं क्योंकि उनकी आंतें न तो कूड़ा-कचरा करती हैं और न ही होने देती हैं। इस दृढ़ विश्वास के साथ मैं स्वच्छ भारत मिशन के संदेश को गांवों और कस्बों में प्रचारित करूंगा। मैं आज जो शपथ ले रहा हूं, उसे लेने के लिए मैं 1०० अन्य लोगों को प्रोत्साहित करूंगा। मैं उन्हें स्वच्छता के लिए अपने1०० घंटे समर्पित करने का प्रयास करूंगा। मुझे विश्वास है कि स्वच्छता की दिशा में मैं जो भी कदम उठाऊंगा वह मेरे देश को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा।
Aluminum scrap industry Aluminium scrap legal compliance Scrap metal reprocessing and salvage