सत्यखबर, यमुनानगर
भारत बंद का असर हरियाणा के यमुनानगर में भी देखने को मिल रहा है। भारत बंद के दौरान सोमवार को यमुनानगर में औरंगाबाद के पास रेलवे ट्रैक पर जाम लगाकर बैठे सैकड़ों किसानों की जान बाल-बाल बच गई। क्योंकि सुबह 6 बजे से किसानों ने यहां ट्रैक जाम कर दिया था। करीब 8 बजे अंबाला की तरफ से और सहारनपुर की तरफ से दोनों ट्रैक पर मालगाड़ियां आ गई, लेकिन किसान ट्रैक से नहीं हटे। जिसके चलते लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी। इस दौरान उनकी किसानों के साथ तीखी नोकझोंक भी हुई।
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27 नवंबर 2020 से नए कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा आंदोलनरत है। वहीं आज 27 सितंबर 2021 यानी आंदोलन को 10 महीने पूरे हो गए हैं। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बार फिर भारत बंद का ऐलान किया। इसी कड़ी में जहां देशभर में किसान चक्का जाम करने में जुटे हुए हैं। वहीं यमुनानगर में किसानों ने करीब 12 जगह नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे और लिंक रोड जाम किए हुए हैं। किसानों ने यमुनानगर के औरंगाबाद के पास रेलवे ट्रैक जाम किया हुआ है। सुबह 6:00 बजे किसान यहां आकर बैठ गए थे, लेकिन करीब 8:00 बजे अंबाला की तरफ से एक मालगाड़ी करीब 70 की स्पीड से यमुनानगर की तरफ जा रही थी। लोको पायलट ने जैसे ही किसानों को ट्रैक पर बैठे देखा तो उसने बिल्कुल करीब आकर इमरजेंसी ब्रेक लगाई। किसानों का कहना था कि वे पीछे हटने वाले नहीं हैं चाहे उनकी जान ही क्यों ना चली जाए। जब तक तीन कृषि कानून वापस नहीं होते, तब तक वे आंदोलनरत रहेंगे । सहारनपुर की तरफ से आ रही ट्रेन के लोको पायलट ने बताया कि वह जगाधरी वर्कशॉप से डिपार्चर कर अंबाला की तरफ जा रहे थे और तभी उन्होंने कुछ लोगों को ट्रैक पर देखा। इस दौरान उनकी गाड़ी करीब 65 की स्पीड से दौड़ रही थी । उन्होंने लोगों को देख इमरजेंसी ब्रेक लगाए। वहीं दूसरी तरफ से एक और मालगाड़ी आ रही थी, गनीमत रही कि इस दौरान कोई हादसा नहीं हुआ।
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