सत्यखबर,हरियाणा
हरियाणा में पिछले साल की तरह इस बार भी लॉकडाउन में अवैध शराब का ‘खेल’ शुरू हो गया है। शराब के ठेके बंद हैं। ऐसे में गोदाम से निकाल कर शराब को अवैध तरीके से बेचा जा रहा है। फतेहाबाद जिला के भूना थाना पुलिस और दादरी के झोझू कलां पुलिस ने काफी मात्रा में अवैध शराब पकड़ी है।
भूना पुलिस ने शराब की 340 और दादरी ने 290 पेटियां पकड़ी बरामद की हैं। भूना पुलिस ने 4 और दादरी ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। सूत्रों का कहना है कि अवैध शराब के इन दोनों ही मामलों के तार झज्जर जिले से जुड़े हैं। सूत्रों का कहना है कि जिले के एक ही गोदाम से यह शराब निकली है। इससे भी बड़ी बात यह है कि दोनों ही जिलों फतेहाबाद व चरखी दादरी पुलिस ने इस मामले को ‘हल्के’ में लिया है। इसमें एक्साइज एक्ट और लॉकडाउन का उल्लंघन करने का मामला दर्ज हुआ है। धोखाधड़ी यानी 420 और फर्जी दस्तावेज तैयार करके से जुड़ी धारा 467 और 471 दोनों ही जिलों की पुलिस ने नहीं लगाई हैं।
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सूत्रों का कहना है कि झज्जर जिले के एक ‘पावरफुल’ व्यक्ति की ‘ऊपरी पहुंच’ के चलते मामले को ‘हल्के’ में लिया जा रहा है। पिछले साल भी लॉकडाउन के दौरान शराब घोटाला हुआ था। इसके बाद जहरीली शराब से 47 लोगों की मौत हुई। गृह मंत्री अनिल विज ने दोनों मामलों में कड़ा नोटिस लेते हुए शराब घोटाले की जांच के लिए वरिष्ठ आईएएस टीसी गुप्ता की अध्यक्षता में एसईटी का गठन किया और जहरीली शराब से मौत मामले में एडीजीपी श्रीकांत जाधव की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया। लॉकडाउन में सरकार ने शराब के ठेकों को बंद किया हुआ है। ऐसे में एल-1 और एल-13 गोदाम भी बंद हैं। यहां से शराब की मूवमेंट नहीं हो सकती। सूत्रों का कहना है कि फर्जी तरीके से परमिट व मूवमेंट पास तैयार करके शराब को इधर से उधर किया जाता है। दादरी व भूना पुलिस द्वारा पकड़ी गई अवैध शराब के तार झज्जर जिले के एक ही गोदाम से जुड़े होने की सूचना है। अब यह देखना रोचक रहेगा कि ये दोनों मामले भी दबते हैं या फिर इनमें कोई सख्त एक्शन पुलिस द्वारा लिया जाता है।
गृहमंत्री अनिल विज के नोटिस में भी अवैध शराब का यह मामला आ चुका है। बताते हैं कि वे पूरे मामले पर पैनी नज़र रखे हुए हैं। भूना डीएसपी अजायब सिंह के अनुसार पुलिस ने शराब से भरी 3 गाड़ियों को पकड़ा है। पहले टीसी गुप्ता की अध्यक्षता वाली एसईटी और फिर श्रीकांत जाधव के नेतृत्व वाली एसआईटी ने शराब घोटाले व अवैध शराब की तस्करी के मामलों में एक्साइज डिपार्टमेंट के साथ पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए थे। दोनों ने सिफारिश की कि अवैध शराब पकड़ने के मामलों में एफआईआर के बाद उसके सोर्स तक जाने की जरूरत है। भूना व दादरी के इन हालिया मामलों में पुलिस ने ‘कमजोर’ धाराओं में केस दर्ज किया है। वहीं अवैध शराब निकली कहां से, इसका पता लगाने की कोशिश नहीं हुई है।
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