सत्य खबर, चण्डीगढ़
हरियाणा के कई जिलों में शनिवार को हुई बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए। सोनीपत, पानीपत, फ रीदाबाद व गुरुग्राम जैसे कई जिलों में सडक़ों पर नाव भी दिखाई दी। वहीं गोहाना से कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक ने तो यहां तक कह दिया कि इससे पहले ऐसी बारिश 1962 में देखी जब यहां बाढ़ आ गई थी। उन्होंने कहा कि इससे पहले 1962 में गोहाना के अंदर इस तरह की बाढ़ आई हुई थी और सडक़ों पर नाव चल रही थी। आज की बारिश में इतना ही पानी सडक़ों पर भरा हुआ है जिससे 1962 की वो याद ताजा हो गई।
सोनीपत में कई जगहों पर सडक़ों पर लोग तैरते हुए भी नजर आए। शनिवार को हुई तेज बारिश ने हरियाणा में एनसीआर के ज्यादातर जिलों को जलमग्न कर दिया था। सडक़ों से लेकर घरों के अंदर तक पानी घुस गया। पानी इतनी ज्यादा मात्रा में भर गया है कि घर के अंदर रखा सामान पानी में डूब गया। लोग घरों से बाहर निकलकर अपने लिए सुरक्षित स्थान ढूंढते दिखाई दिए।
वहीं अब रविवार को भी हरियाणा के 19 जिलों में आंधी, तूफ ान के साथ हल्की बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार यमुनानगर, अंबाला और पंचकूला को छोड़ कर हरियाणा के बाकी सभी जिलों में आंधी, तूफ़ान के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है।
बता दें कि शनिवार को जींद, रोहतक, सोनीपत व फ रीदाबाद में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। हालांकि बाकी जिलों में भी बादल जमकर बरसें हैं।
मौसम विभाग की माने तो हरियाणा के यमुनानगर, अंबाला व पंचकूला को छोडक़र अन्य जिला के लोगों को घर से निकलने से पहले अपने सफर का उचित प्रबंध कर लेना चाहिए। खासकर दो पहिया वाहन चालक सावधानी बरतें क्योंकि आंधी उनको ज्यादा परेशान कर सकती है।
Aluminium recycling industry news Aluminium recovery value chain Metal recycling and reclamation facility