सत्य खबर, चण्डीगढ़
हरियाणा पुलिस पुलिस शुक्रवार को पानीपत, ग्ररूग्राम व पलवल में गैंगेस्टरों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। पानीपत पुलिस ने गैंगेस्टर जीता को, ग्ररूग्राम पुलिस ने लारेंश बिश्रौई गैंग के शार्प शूटर व पलवल पुलिस ने कौशल गैंग के दो गुर्गों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
पानीपत में जीता गैंगेस्टर पर दर्जनों मामलों में संलिप्त व एक युवक की हत्या के आरोपी जिला जींद के गांव बुढाखेड़ा निवासी जीता को गिरफ्तार किया है। वहीं पलवल जिले के गांव दीघोट में गैंगवार के चलते दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर एक जसवीर नामक युवक की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में सदर थाना पुलिस ने कौशल गैंग के दो गुर्गों को दिल्ली की तिहाड़ और रोहिणी जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लिया है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में वह पहले ही दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. अब प्रोडक्शन वारंट पर लाए गए दोनों आरोपियों को अदालत में पेश करके एक हफ्ते की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों से फरार चल रहे अन्य साथियों के बारे में पूछताछ की जायेगी ताकि उनको जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके.
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पहले समझिये पूरा मामला क्या है. 22 मार्च को पलवल के दीघोट गांव के रहने वाला जसवीर अपने दोस्त मीरपुर कौराली निवासी जयवीर और सरफराज के साथ अपने घर पर मौजूद था. तभी वहां एक कार में सवार होकर कुछ युवक आए और तीनों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी. इस दौरान एक के बाद एक 28 से 30 राउंड फायर किया गया. गोली लगने से तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए. फायरिंग के बाद आरोपी कार में सवार होकर हथियार लहराते हुए मौके से फरार हो गए. गोलीबारी में बुरी तरह घायल तीनों युवकों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. जहां उपचार के दौरान जसवीर ने दम तोड़ दिया. पुलिस ने इस सबंध में मृतक जसवीर के भाई आकाश की शिकायत पर केस दर्ज किया.
पलवल सदर थाना प्रभारी राधे श्याम ने बताया कि पुलिस इस मामले में एक महीने पहले 25 हजार रुपये के इनामी दो आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है. ये दोनों आरोपी बल्लभगढ़ का रहने वाला मनोज और आमरू गांव का राहुल है. इसी मामले में अब पुलिस ने संदीप डागर और कैलाश डागर को दिल्ली की रोहिणी और तिहाड़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर एक हफ्ते की पुलिस रिमांड पर लिया है.इस मामले में पुलिस का कहना है कि वारदात में शामिल सचिन खेड़ी, टेकचंद डागर और नीरज पंडित सहित अन्य सभी आरोपी कौशल गैंग से संबंध रखते हैं. वर्चस्व की लड़ाई को कायम रखते हुए और फिरौती के पैसों को लेकर इन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस का कहना है कि जल्द ही फरार चल रहे अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जायेगा. कौशल गैंग कौन चलाता है- कौशल गैंग गुड़गांव और दिल्ली में आतंक का पर्याय है. ये गैंग गुड़गांव का रहने वाला नरेश कौशल चलाता है.
नरेश कौशल पर 12 से ज्यादा गंभीर मामले दर्ज हैं. जिसमें हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी, फिरौती, लूट अपहरण आदि शामिल है. इस गैंग के खौफ का आलम ये है कि पीड़ित थाने में मामला भी दर्ज कराने से डरते हैं. कौशल गैंग का प्रमुख काम है अपहरण और फिरौती. फिरौती के बाद भी बिजनेसमैन कौशल गैंग का नाम लेने से बचते हैं.नरेश कौशल गैंग पहले भारती गैंग के नाम से कुख्यात था. लेकिन 2018 में दिल्ली पुलिस की मुठभेड़ में भारती गैंग का सरगना राजेश भारती मारा गया. तब से इस गैंग की कमान गुड़गांव का नरेश कौशल संभाल रहा है. दिल्ली और हरियाणा पुलिस का वांटेड होने के चलते नरेश कौशल दुबई भाग गया था और वहीं से गैंग ऑपरेट कर रहा था लेकिन बाद में इंटरपोल की मदद से नरेश कौशल को दुबई में पकड़ लिया गया. दुबई से हरियाणा पुलिस इसे भारत लाई. नरेश कौशल फिलहाल हरियाणा की फरीदाबाद जेल में बंद है. अब तक इस गैंग के बीसों गुर्गे पकड़े जा चुके हैं.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 2 शार्प शूटर गिरफ्तार साइबर सिटी गुरुग्राम पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के दो गुर्गों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. पुलिस ने दोनों ही बदमाशों को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है. पिछले काफी समय से गुरुग्राम में ये आरोपी छिपे हुए थे. लॉरेंस बिश्नोई गैंग में ये पिछले काफी समय से थे और अवैध वसूली, हत्या समेत मारपीट के कई मामलों में दोनों आरोपियों के उपर मुकदमे दर्ज हैं. गिरफ्तार किये गये दोनों आरोपी राजस्थान के रहने वाले हैं.
गुरुग्राम पुलिस की गिरफ्त में आये ये दोनों बदमाश कई बड़ी आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस काफी समय से दोनों आरोपियों की तलाश कर रही थी. गुरुग्राम की सीआईए क्राइम टीम ने गोपनीय सूचना के आधार पर दोनों को गिरफ्तार किया है. जसप्रीत और रोबिन नाम के ये दोनों ही आरोपी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करते हैं. यही नहीं गुरुग्राम समेत दिल्ली एनीसीआर में कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस के मुताबिक ये आरोपी पिछले काफी समय से गुरूग्राम में छिपे हुए थे. पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों को यदि आसपास किसी वारदात को अंजाम देना होता था तो गैंग के मुखिया की तरफ से इन्हे आदेश आते थे.
गुरुग्राम पुलिस ने दोनों आरोपियों से दो माउजर और जिंदा कारतूस बरामद किए है. गुरुग्राम में दोनों आरोपी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना भी बना रहे थे. उसी के चलते गुरुग्राम में छिपे हुए थे. इससे पहले कि वो किसी वारदात को अंजाम दे पाते पुलिस ने सूचना के आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अब दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है कि आरोपी किस किस वारदात में शामिल रहे है. लॉरेंस बिश्नोई गैंग के अभी तक एक के बाद एक दर्जनों सदस्यों को पुलिस सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है. फिलहाल पुलिस की तरफ से अब दोनों आरोपियों से पूछताछ कर अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. कौन है लॉरेंस बिश्नोई- गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई पंजाब के फाजिल्का का रहने वाला है. उसके पिता पुलिस कांस्टेबल थे. उसने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से भी पढ़ाई की है. चंडीगढ़ में उसने छात्र राजनीति में कदम रखा.
बिश्नोई राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा समेत कई राज्यों का वांछित अपराधी है. उसके ऊपर राजस्थान में कांग्रेस नेता की हत्या का आरोप है. इसके अलावा फिरौती, हत्या, समेत कई गंभीर मामले उसके ऊपर दर्ज हैं. लॉरेंस बिश्नोई पर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून के तहत भी मामला दर्ज है. बिश्नोई के ऊपर इंटरस्टेट आपराधिक सिंडिकेट चलाने का आरोप है. काले हिरण से जुड़े मामले में फिल्म अभिनेता सलमान खान के हत्या की सुपारी देने की चर्चा के बीच उसका नाम अपराध की दुनिया में और चर्चित हो गया.
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