सत्यखबर, नई दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 10 दिवसीय विपश्यना कोर्स में भाग लेने के बाद वापस आ गए हैं। इसकी जानकारी खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर दी है। मुख्यमंत्री केजरीवाल विपश्यना के लिए जयपुर गए हुए थे। अरविंद केजरीवाल का ट्वीट गौरतलब है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल राजनीतिक व्यस्तता और कोरोना महामारी के चलते पिछले दो वर्षों में विपश्यना साधना के लिए कहीं नहीं गए थे, लेकिन उससे पहले अरविंद केजरीवाल पिछले एक दशक से भी अधिक समय से विपश्यना के लिए जाते रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल का विपश्यना से पुराना नाता है। जब वे राजनीति में भी नहीं थे। वर्ष 2005 से भी पहले जब वे सूचना के अधिकार कानून पर काम रहे थे तभी से वे और उनके साथी मनीष सिसोदिया ध्यान योग के लिए अलग-अलग जगहों पर विपश्यना शिविरों में जाते रहे हैं। केजरीवाल खुद को नई ऊर्जा से भरने के लिए हर साल विपश्यना जाते थे। इससे पहले वे महाराष्ट्र के नासिक, हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में गए थे। इसके अलावा प्राकृतिक चिकित्सा में भी अरविंद की गहरी रूचि है। इसके लिए वे बेंगलुरु के नेचुरोपैथी सेंटर जाते रहे हैं।
ये भी पढ़ें… पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट : विवाहित होने के बावजूद किसी अन्य से संबंध रखना अपराध नहीं
क्या है विपश्यना
विपश्यना साधना मन का व्यायाम है। जैसे शारीरिक व्यायाम से शरीर को स्वस्थ बनाया जाता है वैसे ही विपश्यना से मन को स्वस्थ बनाया जा सकता ह। विपश्यना वह ध्यान योग शिविर है जहां के नियम बहुत कड़े होते हैं। यहां साधक रोजमर्रा के जीवन, अपने परिवार और बाहरी दुनिया की हर खबर से दूर हो जाता है। इन शिविरों में किसी को आपस में बात करने की इजाजत नहीं होती है। शिविर में जाने वाले बताते हैं कि दो दिन बाद आपकों यह भी पता नहीं चल पाता है कि आज दिन कौन सा है। किसी तरह के सूचना संपर्क जैसे मोबाइल, अखबार, टीवी आदि का इस्तेमाल यहां नहीं किया जाता है।
Aluminium recycling economic impact Aluminium recycling contributions Scrap metal repurposing
Scrap metal shipping Ferrous material processing Iron scrap yard solutions
Ferrous material demolition, Iron reprocessing center, Scrap metal industry news