सत्य खबर, पानीपत
सिद्धार्थ नगर स्थित शेल्टर होम से सोमवार रात को मुक्त कराई गई बच्ची कोरोना पॉजिटिव है। उसे सिविल अस्पताल में आइसोलेट किया है। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की चेयरपर्सन पदमा का कहना है कि 5 दिन से बच्ची को कमरे में रखने का आरोप गलत है। बच्ची को 15 नवंबर को ही शेल्टर होम में रखा था। बच्ची अगस्त 2019 में छाजपुर नाले के पास लावारिस मिली थी। तभी से वह सीडब्ल्यूसी की देखरेख में है।
बच्ची मानसिक रूप से बीमार है। उसे जल्द ही सिरसा बाल देखरेख केंद्र में शिफ्ट किया जाना है। चेयरपर्सन ने बताया कि बच्ची का 12 नवंबर को कोरोना टेस्ट कराया गया था। उसे सिविल अस्पताल में ही रखा गया था। 15 नवंबर को पॉजिटिव आने पर पुलिस वाले सेक्टर- 6 में एनजीओ संचालक तेजराम के घर छोड़ गए थे।
सीडब्ल्यूसी की चेयरमैन ने बताया कि तेजेराम ने 15 नवंबर की शाम को ही उसे सिद्धार्थ नगर स्थित शेल्टर होम में रखा था। 16 नवंबर की शाम 5 बजे वह उसे खाना खिलाकर आए थे। तेजराम ने केयर टेकर क्यों नहीं रखा था, इसका स्पष्टीकरण मांगा गया है। चेयरपर्सन ने बताया कि बच्ची को कैथल, हिसार, सोनीपत आदि केंद्रों में भेजने की कोशिश की लेकिन दस्तावेज पूरे नहीं होने के कारण नहीं जा सकी।
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