सत्य खबर, सोनीपत
सोनीपत पुलिस के कर्मियों के खिलाफ सिरसा में अपहरण कर करीब 9 करोड़ रुपए कीमत के बिटकॉइन ट्रांसफर कराने के आरोप में 0 FIR दर्ज की गई है। पुलिस कर्मियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई राजस्थान की जयपुर पुलिस करेगी। दो पुलिस कर्मियों की पहचान ASI कृष्ण कुमार और मोनू के तौर पर हुई है। दोनों सोनीपत के किस थाने में तैनात हैं, इसका अभी पता नहीं चल पाया है।
ये है मामला
सिरसा शहर थाने में वर्ष 2013 में सीकर जिले की नीम का थाना छावनी की ज्ञान विहार कॉलोनी निवासी शशिकांत शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई और कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया। अब वह एकाएक सिरसा पुलिस के हत्थे चढ़ गया। असल में उसे सिरसा पहुंचाने में सोनीपत पुलिस के दो कर्मियों का हाथ था। सिरसा पुलिस को तो अपना भगोड़ा मिल गया,लेकिन पूरा मामला अब सोनीपत पुलिस के गले की फांस बन गया है।
सिरसा पुलिस की पूछताछ में शशिकांत ने सोनीपत पुलिस को लपेटा है। आरोप अपहरण और जबरन 9 करोड़ रुपए कीमत के बिटकॉइन हड़पने का है। उसने पुलिस को बताया कि उसे जयपुर से सोनीपत पुलिस उठाकर लाई है। दो पुलिस कर्मियों ASI कृष्ण कुमार और मोनू को वह पहले से ही जानता है।
सोनीपत पुलिस ने जयपुर से उठाया
पुलिस में दर्ज 0 FIR में शशिकांत ने बताया कि 22 जनवरी को वह जयपुर की ओबीसी कॉलोनी में था। वहां दो गाड़ियों में आई सोनीपत पुलिस ने छापा मार कर उसे और उसके दोस्त गौरव को उठा लिया। पुलिस उसे सोनीपत ले गई और एक फार्म हाउस में दोनों बंधक बना लिया। कई दिन तक उनकी पिटाई की गई।
पत्नी ने ट्रांसफर किए बिटकॉइन
इस बीच पुलिस कर्मियों को पता चल गया कि वह बिटकॉइन का काम करता है। कृष्ण कुमार और मोनू ने बिटकॉइन खाते में ट्रांसफर करने का दबाव डाला। इसके लिए दोनों को खूब टॉर्चर किया गया। अंत में उसने अपनी पत्नी को फोन कर उनके बताए खाते में 30 बिटक्वाइन ट्रांसफर कर दिए। इनकी कीमत वर्तमान में करीब 9 करोड़ रुपए है। बिटकॉइन मिलने के बाद दोनों पुलिस कर्मी उसे अन्य साथियों के साथ गाड़ी में डालकर सिरसा छोड़ गए।
सिरसा पुलिस ने दबोचा
इस बीच सिरसा पुलिस को भी पता चल गया कि 2013 के धोखाधड़ी के मामले में फरार शशिकांत सिरसा में धूम रहा है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना के बाद उसे लआईसी ऑफिस के पास चाय के ढाबे से शशिकांत और गौरव को दबोच लिया। पुलिस ने पूछताछ के बाद गौरव को रिहा कर दिया क्योंकि उसके खिलाफ किसी तरह का कोई आपराधिक केस दर्ज नहीं था। सिरसा पुलिस ने उससे पूछताछ की तो सोनीपत पुलिस कटघरे में आ गई।
जयपुर पुलिस करेगी कार्रवाई
सिटी पुलिस थाना सिरसा के प्रभारी इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि सोनीपत पुलिस के कर्मियों ASI कृष्ण कुमार, मोनू व अन्य के खिलाफ अपहरण और 9 करोड़ की ठगी में पुलिस ने 0 FIR दर्ज की है। इसे आगे कार्रवाई के लिए जयपुर पुलिस को भेजा गया है। शशिकांत का अपहरण वहीं से किया गया था। शशिकांत को कोर्ट में पेश कर हिरासत में भेजा गया है। मामले की सूचना सोनीपत एसपी कार्यालय को भी दी गई है।
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