राष्‍ट्रीय

बीरबल नगर वासियों ने छत पर टॉवर लगाने का किया विरोध

सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-

बीरबल नगर की गली नं 2 के निवासी द्वारा अपने घर की छत पर एक निजी कंपनी का मोबाइल टॉवर लगाया जा रहा है। मोबाइल टॉवर लगने से होने वाले नुकसान के मद्देनजर बीरबल नगर की गली नं 1, 2 व 3 वासियों ने टॉवर लगाने कासत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :- बीरबल नगर की गली नं 2 के निवासी द्वारा अपने घर की छत पर एक निजी कंपनी का मोबाइल टॉवर लगाया जा रहा है। मोबाइल टॉवर लगने से होने वाले नुकसान के मद्देनजर बीरबल नगर की गली नं 1, 2 व 3 वासियों ने टॉवर लगाने का विरोध किया। नगरवासी रोषस्वरूप नगरपरिषद पहुंचे और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। कालोनी वासी अशोक, मदनलाल, जसदेव सिंह, बलदेव, सतीश, अजीत कुमार, रणधीर सिंह आदि का कहना है कि उन्होंने मोबाइल टॉवर न लगाने के विरोध में गत 29 मार्च को नगरपरिषद के चेयरमैन प्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपा था, जिसके बाद उन्होंने एमई के नाम शिकायत को भेज दिया था। लेकिन एमई ने शिकायत पर कोई न की, जिस कारण 8 अप्रैल की रात को एक कैंंटर मेें मोबाइल टॉवर का सामान भरकर गली नं 2 मेें आ पहुंचा। गली वासियों को इस बात का पता चला, तो उन्होंनें सामान नहीं उतारने दिया। उन्होंने बताया कि मोबाइल टॉवर लगने से गर्भवती महिलाओं, बच्चों व बुजुर्ग व्यक्तियों को इससे आने वाली रेडियेशन तरंगों से सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचता हैं। उन्होंने कहा कि रिहायशी इलाकोंं मेें मोबाइल टॉवर लग ही नहीं सकते हैं, फिर भी प्रशासन उनको मोबाइल टॉवर लगाने की कैसे अनुमति देता है, यह समझ से परे हंै। उन्होंने कहा कि नगरपरिषद अधिकारियों ने रिहायशी इलाके को कमर्मिशयल दिखाकर मोबाइल टॉवर लगाने की इजाजत दे दी थी। उन्होंने कहा कि वे किसी भी कीमत पर वहां मोबाइल टावर नहीं लगने देंगे।

‘कश्मीर रेजिस्टेंस’ ने ली पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी, पर्यटकों को बनाया निशाना
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शहर के अंदर मोबाइल टॉवर लगाने के लिए जिला उपायुक्त से परमिशन लेनी होती है, लेकिन टॉवर के अधिकारियों ने कोई परमिशन नहीं ली हुई हैं। वे मकान मालिक से सांठगांठ करके जबरदस्ती टॉवर लगा रहे हैं। लोगों के विरोध के मद्देनजर टॉवर नहीं लगने दिया जायेगा।
छवि बंसल, प्रधान
नगर परिषद, नरवाना। विरोध किया। नगरवासी रोषस्वरूप नगरपरिषद पहुंचे और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। कालोनी वासी अशोक, मदनलाल, जसदेव सिंह, बलदेव, सतीश, अजीत कुमार, रणधीर सिंह आदि का कहना है कि उन्होंने मोबाइल टॉवर न लगाने के विरोध में गत 29 मार्च को नगरपरिषद के चेयरमैन प्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपा था, जिसके बाद उन्होंने एमई के नाम शिकायत को भेज दिया था। लेकिन एमई ने शिकायत पर कोई न की, जिस कारण 8 अप्रैल की रात को एक कैंंटर मेें मोबाइल टॉवर का सामान भरकर गली नं 2 मेें आ पहुंचा। गली वासियों को इस बात का पता चला, तो उन्होंनें सामान नहीं उतारने दिया। उन्होंने बताया कि मोबाइल टॉवर लगने से गर्भवती महिलाओं, बच्चों व बुजुर्ग व्यक्तियों को इससे आने वाली रेडियेशन तरंगों से सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचता हैं। उन्होंने कहा कि रिहायशी इलाकोंं मेें मोबाइल टॉवर लग ही नहीं सकते हैं, फिर भी प्रशासन उनको मोबाइल टॉवर लगाने की कैसे अनुमति देता है, यह समझ से परे हंै। उन्होंने कहा कि नगरपरिषद अधिकारियों ने रिहायशी इलाके को कमर्मिशयल दिखाकर मोबाइल टॉवर लगाने की इजाजत दे दी थी। उन्होंने कहा कि वे किसी भी कीमत पर वहां मोबाइल टावर नहीं लगने देंगे।

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शहर के अंदर मोबाइल टॉवर लगाने के लिए जिला उपायुक्त से परमिशन लेनी होती है, लेकिन टॉवर के अधिकारियों ने कोई परमिशन नहीं ली हुई हैं। वे मकान मालिक से सांठगांठ करके जबरदस्ती टॉवर लगा रहे हैं। लोगों के विरोध के मद्देनजर टॉवर नहीं लगने दिया जायेगा।
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नगर परिषद, नरवाना।

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