ताजा समाचार

कमलनाथ के बाद कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी भी दे सकते हैं पार्टी को झटका

सत्य खबर/नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच एक और बड़ी खबर आ रही है. जानकार सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी भी बीजेपी के संपर्क में हैं और जल्द ही कांग्रेस को बड़ा झटका दे सकते हैं.

पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान आनंदपुर साहिब सीट से जीते मनीष तिवारी की पार्टी से नाराजगी की खबरें बीच-बीच में आती रही हैं. मनीष तिवारी की बीजेपी में एंट्री उनकी लोकसभा सीट को लेकर चल रहे विवाद के कारण रुकी हुई है. माना जा रहा है कि यह मसला सुलझने के बाद वह बीजेपी में प्रवेश कर सकते हैं.

लुधियाना लोकसभा सीट को लेकर परेशानी

Neeraj Chopra: पेरिस में सिल्वर के बाद अब टोक्यो में गोल्ड की तलाश, तैयार हैं नीरज!
Neeraj Chopra: पेरिस में सिल्वर के बाद अब टोक्यो में गोल्ड की तलाश, तैयार हैं नीरज!

मनीष तिवारी की गिनती पार्टी के लोकप्रिय नेताओं में होती रही है. फिलहाल वह आनंदपुर साहिब से सांसद हैं लेकिन वह अपनी सीट बदलना चाहते हैं. सूत्रों के मुताबिक, वह 2024 का लोकसभा चुनाव लुधियाना लोकसभा सीट से बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर लड़ना चाहते हैं. लुधियाना लोकसभा सीट पर बीजेपी के पास पहले से ही कई सक्षम उम्मीदवार हैं. लिहाजा, बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व इसे लेकर असमंजस की स्थिति में फंसा हुआ है. माना जा रहा है कि यही वजह है कि मनीष तिवारी की बीजेपी में एंट्री में देरी हो रही है.
हालांकि, मनीष तिवारी ने बीजेपी में शामिल होने की चर्चाओं को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि मैं अपने क्षेत्र के लोगों के लिए काम करने में व्यस्त हूं और बीजेपी में शामिल होने की चर्चा का कोई मतलब नहीं है. मैं इन चर्चाओं को प्रतिक्रिया देने लायक भी नहीं मानता.

मनीष तिवारी कांग्रेस के दिग्गज नेता हैं

हालांकि आनंदपुर साहिब से पहले मनीष तिवारी लुधियाना लोकसभा सीट से भी चुनाव जीत चुके हैं. 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने यह सीट जीती थी. वह आनंदपुर साहिब से चुनाव जीतकर 17वीं लोकसभा में पहुंचे। सांसद होने के साथ-साथ वह वकील भी हैं और यूपीए सरकार के दौरान उन्होंने 2012 से 2014 तक सूचना एवं प्रसारण मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाली थी.
1988 से 1993 तक वे भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के अध्यक्ष रहे। 1998 से 2000 तक उन्होंने भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली। 2004 के लोकसभा चुनाव में उन्हें शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार से हार का सामना करना पड़ा, जबकि 2009 के चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की. खराब स्वास्थ्य के कारण उन्होंने 2014 का चुनाव नहीं लड़ा। 2019 में उन्होंने आनंदपुर साहिब सीट से जीत हासिल की थी.

कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी को झटका दिया है

Indian Premier League And Pakistan Super League: IPL और PSL में खेल रहे अब्दुल समद का धमाल क्या दोनों लीगों में अपनी छाप छोड़ पाएंगे
Indian Premier League And Pakistan Super League: IPL और PSL में खेल रहे अब्दुल समद का धमाल क्या दोनों लीगों में अपनी छाप छोड़ पाएंगे

हाल के दिनों में कांग्रेस के कई बड़े नेता पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. मिलिंद देवड़ा, बाबा सिद्दीकी और अशोक चव्हाण ने महाराष्ट्र में कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है. जानकार सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता कमल नाथ भी अपने बेटे नकुल नाथ के साथ बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं. ऐसे में राजनीतिक गलियारों में मनीष तिवारी के नाम को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं.

Back to top button