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शूटर ने पत्नी को ठोका सलाम और पति को गोलियां,जानिए पूरा मामला

सत्य खबर, पानीपत ।
पानीपत के कारोबारी विनोद भराड़ा का हत्याकांड अब 30 माह बाद एक बार फिर से चर्चा में है। इस केस को विनोद के ऑस्ट्रेलिया में बैठे छोटे भाई ने पानीपत एसपी को मैसेज कर री-ओपन करवाया। मामले में जहां पहले सिर्फ गोली मारने वाला देव सुनार ही एकमात्र आरोपी बना था।

अब इसमें विनोद की पत्नी निधि और उसका प्रेमी सुमित भी आरोपी बन गए हैं। जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इसमें बड़ा खुलासा ये भी हुआ कि खुद निधि भी पति की हत्या करने की कोशिश कर चुकी थी। पुलिस ने निधि और सुमित को गिरफ्तार कर कोर्ट के आदेशों पर जेल भेज दिया है। आगे की जांच भी जारी है।
पुलिस को निधि की सुमित के साथ फोन पर बातचीत के अलावा और भी कई सबूत मिले थे। जिनमें अहम सबूत मिला कि जिस पंजाब नंबर की गाड़ी से पहली बार विनोद का घर बैठे हुए एक्सीडेंट करवाया गया था, वह गाड़ी लोन पर थी और उसकी किस्त निधि ने अपने बैंक अकाउंट से भरी हुई थी।

इसके अलावा हत्या के 3 माह बाद उस घर को छोड़कर एक किराए का मकान लेना और उसमें अलग रहना भी निधि को शक के दायरे में ले आया था। मर्डर की गुत्थी सुलझने पर खुद परिवार भी चौंक गया। क्योंकि उन्हें इस हत्या के पीछे सुमित का ही होना लग रहा था। निधि के नाम का खुलासा, खुद परिवार के लिए भी एक ब्रेकिंग न्यूज जैसा ही था।

पुलिस के अनुसार निधि ने पहले अक्टूबर 2021 में पति का एक्सीडेंट करवा कर मारने की कोशिश की। जब वह नहीं मरा तो निधि ने भी मारने का प्रयास किया था। मृतक के भाई प्रमोद ने बताया कि टांगे टूटने के बाद बेबस विनोद को निधि ही दवाइयां देती थी। इसी बीच उसने विनोद को ओवरडोज या स्लो पॉइजन दिया था। जिसके चलते नवंबर 2021 में उसे लगातार दो अटैक आए थे, लेकिन वह बच गया था। वह रोजाना विनोद से झगड़ा करने लगी थी।

इसके बाद 5 अक्टूबर 2021 की शाम पानीपत की परमहंस कुटिया के गेट पर विनोद को शूटर देव से गोलियां मरवा कर हत्या करवाई। कोर्ट में विचाराधीन इस केस में ढाई साल तक निधि गवाही पर ही नहीं गई। मार्च 2024 में उसने कोर्ट के सामने शूटर देव को आरोपी होने से ही इनकार कर दिया था।

प्रमोद भराड़ा ने बताया कि विनोद निधि के भाई वैभव दत्त को अपने साथ ही रखता था। उसने उसे अपने हारट्रॉन सेंटर पर काम भी दिया हुआ था। विनोद की हत्या के बाद वैभव ही उस काम को संभालने लगा। यहां निधि के प्रेमी सुमित ने आना-जाना शुरू कर दिया।

उसने वैभव को सेंटर को छोड़ने की भी धमकी दी थी। वैभव ने इस बारे में अपने परिजनों को भी बताया था। हत्या के तीन माह बाद सुमित ने निधि के घर आना शुरू कर दिया था। धीरे-धीरे उसने विनोद की बाइक और कार भी ले ली थी। जिसे वह पर्सनल इस्तेमाल करता था।

निधि बहुत शातिर थी। वह किसी भी सूरत में अपने अवैध संबंधों के बारे में पति विनोद को पता नहीं लगने देना चाहती थी। कभी-कभार पति फोन चेक करता था तो कॉलिंग में किसी प्रकार की हिस्ट्री नहीं मिलती थी। एक बार विनोद ने उसका फेसबुक मैसेंजर देखा तो वहां सुमित के साथ चैटिंग मिली।

जिसके बारे में निधि ने कहा कि सुमित उसे बहुत समय से परेशान कर रहा है। पति ने उससे बात करवाने को कहा तो निधि ने कहा कि वह खुद उसे रोक देगी, लेकिन धीरे-धीरे दोनों की और भी बातें विनोद को पता लगती रहीं। मर्डर से एक माह पहले विनोद ने निधि के अफेयर के बारे में अपने भाई प्रमोद को बताया था।

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