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सत्य ख़बर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज :
नगर निगम गुरुग्राम वार्ड 3 के निवर्तमान पार्षद के दफ्तर में दिन रात क्या-क्या होता है इन सब की पोल उन्हीं के कर्मचारी परविंदर ने खोल कर रख दी। जिसमें कई हैरान कर देने वाली बात सामने आई है।
मिली जानकारी के अनुसार
गुरुग्राम नगर निगम ने जब निगम के पहले चुनाव के बाद गांव मोलाहेडा, चौमा, सैक्टर 22 क्षेत्र से रविंद्र पुत्र राजा चक्की वाला ने क्षेत्र के लोगों को झूठ बोलकर गुमराह करके वोट हासिल कर पार्षद का चुनाव जीत लिया था। जिसके बाद उन्होंने निगम अधिकारियों पर दबाव बनाकर गांव के स्कूल के पास एचएसवीपी की जमीन पर पार्षद की बैठने के लिए कार्यालय पक्की, रोडी ,सिमेट,क्रेशर से पक्का बनवा दिया था। वहीं निगम से कामकाज के लिए अस्थाई कर्मचारी कंप्यूटर टेबल कुर्सी सहित अन्य उपकरण भी रखवा लिए थे। तभी से उस दफ्तर पर उन्हीं का कब्जा चला आ रहा। वहीं दफ्तर के पीछे करीब 500 गज एचएसवीपी की जमीन पर भी अवैध कब्जा कर लिया था। जिसकी शिकायत भी गांव मोलाहेडा के अशोक यादव व अन्य ने निगम कमिश्नर उपयुक्त गुड़गांव वी सीएम विंडो पर भी की थी,लेकिन उसकी पहुंच के आगे अधिकारियों ने केवल खाना पूर्ति की कार्रवाई कर शिकायत कोई रफा-दफा कर दिया। वहीं अब तब से निगम पार्षदों का कार्यकाल समाप्त हुआ है तभी से ही ग्रामीण अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं कि पार्षद दफ्तर को खाली कराया जाए क्योंकि वहां पर काफी असामाजिक तत्व, बदमाश किस्म के व्यक्ति आते-जाते देखे गए हैं इस बात की चर्चा हर क्षेत्र वासियों की जबान पर है,मगर उसके दबदबे के सामने सरेआम बोलने की किसी की भी हिम्मत नहीं हो रही है। वहीं क्षेत्र में इस बात की भी चर्चा जोरों पर है कि पार्षद ने अपनी दबंगी के चलते दफ्तर के ऊपर एक अलग से कैमरा बनाया हुआ है जिसका गेट भी सेक्टर की तरफ लगाया हुआ है। जिससे अक्सर रात के समय काफी गाड़ियों का आना-जाना लगा रहता है। वहीं सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि तब पार्षद ऊपर कमरा बना रहा था तो क्षेत्र के आरडब्ल्यूए पदाधिकारी ने इसका विरोध भी किया था, वहीं अधिकारियों को भी अवगत कराया था लेकिन किसी ने भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं वीरवार को गांव मोलाहेडा के एक होटल के पास
संदिग्ध हालात में घुम रहे लड़के से पूछताछ की
मोबाइल पर जोर-जोर से गंदी-गंदी गालियां देकर बातें कर संदिग्ध हालात में घुम रहे लड़के से पूछताछ की तो उसने कैमरे के सामने बताया कि वह पार्षद रविंद्र के दफ्तर में काम करता है और वहां गायों को संभालता है। उसने अपना नाम परविंदर बताया। वहीं मोबाइल बंद होते ही उसने कहां की साहब क्या-क्या बताएं पार्षद ऑफिस में क्या-क्या होता है दिन-रात उसकी पहुंच ऊपर तक है इसलिए हम तो डर के मारे चुप रहते हैं।
वहीं इस बात की पुष्टि करने के लिए गांव में कुछ लोगों से बात की गई तो उन्होंने दबी जबान में बताया कि हमने भी देखा है कि पार्षद कार्यालय रात के 10-11 बजे तक खुला रहता है और वहां पर उसके चहेते आए दिन शराब पीकर हुड़दंग मचाते रहते हैं, जिसकी शिकायत पुलिस थाने में भी कई बार पहुंची है। वहीं ग्रामीणों का कहना था कि जिस जमीन पर पार्षद कार्यालय बना हुआ है वह जमीन ग्रीन बेल्ट की है।
इस बारे में एचएसवीपी विभाग के एसडीओ अजमेर सिंह का कहना था कि जल्द ही इसकी जांच पड़ताल करवा कर कार्रवाई की जाएगी।