Punjab News: पंजाब पुलिस को नाभा जेल ब्रेक मामले में बड़ी सफलता, 8 साल बाद मास्टरमाइंड रोमी को हांगकांग से गिरफ्तार किया गया
Punjab News: नाभा जेल ब्रेक केस के मास्टरमाइंड रमनजीत सिंह उर्फ रोमी आखिरकार पंजाब पुलिस के शिकंजे में आ गया है। पंजाब पुलिस के एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) के एआईजी हरविंदर वीरक और डीएसपी बिक्रम ब्रार ने आरोपी रोमी को हांगकांग से प्रत्यर्पित कर दिल्ली पहुंचाया, जहां गुरुवार शाम को उसे लाया गया।
रोमी को पटियाला कोर्ट में पेश किया जाएगा और रिमांड पर लिया जाएगा। रोमी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के संपर्क में था। रोमी शेरा खुब्बन और विक्की गोंडर गैंग का मुख्य सदस्य था।
अपराध नवंबर 2016 में हुआ
रोमी ने 27 नवंबर 2016 को सुबह 9 बजे नाभा जेल ब्रेक केस को अंजाम देने के लिए गैंग को पैसे, हथियार और फर्जी पहचान पत्र उपलब्ध कराए। उसने जेल से भागे हुए आरोपियों के लिए सुरक्षित ठिकानों की व्यवस्था भी की।
ये गैंगस्टर हुए फरार
डीजीपी गौरव यादव ने अपने एक्स प्लेटफॉर्म पर रोमी को भारत लाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रोमी की मदद से पुलिस की वर्दी पहनकर गैंगस्टर उच्च सुरक्षा वाली जेल में घुस गए और छह खतरनाक अपराधियों – गैंगस्टर हरमिंदर सिंह उर्फ मिंटू, गुरप्रीत सिंह सेखों, अमनदीप सिंह ढोटियां, कुलप्रीत सिंह उर्फ नीता डिओल, कश्मीर सिंह उर्फ गलवड्डी और गैंगस्टर हरजिंदर सिंह उर्फ विक्की गोंडर – को भागने में मदद की।
विक्की गोंडर को 26 जनवरी 2018 को राजस्थान में पंजाब पुलिस के एनकाउंटर में मार दिया गया था, जबकि अन्य पकड़े गए थे। कुल 26 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और चार्जशीट प्रस्तुत की गई। रोमी को भगोड़ा घोषित किया गया था और लुकआउट सर्कुलर और रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए गए थे।
उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया 2018 में हांगकांग के साथ संधि के तहत की गई थी। हांगकांग के चीफ एग्जीक्यूटिव ने 6 अगस्त को रोमी के प्रत्यर्पण का आदेश जारी किया।