हर माता पिता अपनी बेटियों पर विश्वास करे तो बेटियां छुएंगी आसमान-प्राक्षी गोयल।
सत्य खबर:
पानीपत की बेटी प्राक्षी गोयल जो मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता के सहभागियों में चुनी गई है आज अपने परिवार से मिलने के लिए पानीपत आई और मीडिया से रूबरू हुई। मीडिया से रूबरू होते हुए प्राक्षी गोयल ने ना केवल पानीपत वालों से अपितु पूरे हरियाणा के लोगों से फाइनल मुकाबले में कामयाब होने के लिए अपने लिए आशीर्वाद और दुआ मांगी।
प्रॉक्सी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब हरियाणा की छोरियां छोरो से पीछे नहीं है तथा वह न केवल खेल में अपितु इस फैशन की दुनिया में भी आगे जा रही है।
इस समारोह में इनरव्हील क्लब की प्रधान मनाली पराशर व भूमिका गुप्ता ने प्राक्षी को बधाई दी तथा कहा की पानीपत की हर महिला को पानीपत की इस बेटी पर, इस मुकाम तक पहुंचने पर गर्व है। इस अवसर पर पानीपत ग्रामीण से चुनाव लडने के इच्छुक विजय जैन जी के सुपुत्र आर्यन जैन ने भी प्राक्षी को वहां पहुंच कर बधाई दी। तथा कहा की हमे गर्व है की पानीपत की बेटी ने इतना बड़ा मुकाम हासिल किया है।
मेरे अनुभव, जीवन की घटनाएं मुझे अपनी राय देने और दूसरों के लिए खड़े होने के लिए सशक्त बनाती रही हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि किसी को भी मेरे कार्यों के परिणामों का सामना नहीं करना पड़े। मुझे अपने और अपने माता-पिता दोनों के लिए जिम्मेदारी से अपने सपनों का पीछा करने के महत्व का भी एहसास हुआ।
मेरी माँ, जो अपने घर में सबसे बड़ी बहन थीं और बाद में एक गृहिणी बन गईं, ने मुझमें निस्वार्थता, आत्मनिर्भरता और हर चीज को संभालने के लिए जिम्मेदार मूल्यों को स्थापित किया। इस बीच, मेरे पिता, सबसे छोटे और सबसे लाड़-प्यार करने वाले, ने मुझे एक मामूली जीवन जीना सिखाया। सभ्यता की शुरुआत के बाद से छोटे शहरों में मैंने पितृसत्तात्मक चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन उनमें इस सुंदर संतुलन ने मुझे हमेशा दो छोटी बहनों की जिम्मेदारी के साथ अपने सपनों के बारे में दृढ़ रहना सिखाया है, जिनमें से सबसे छोटी बेटी है।
मैं कई लड़कियों से मिलती हूं, जो मेरी संस्कृति को जानकर आश्चर्य से पूछती हैं कि मेरे माता-पिता ने मुझे इंडस्ट्री में कैसे आने दिया।
मैं यह कहकर जवाब दूँगी कि यह अस्तित्वगत संकटों से भरी यात्रा रही है, मेरे माता-पिता को एक पुरुष उत्तराधिकारी की उम्मीद के कारण लगातार मेरे फैसलों पर सवाल उठाते हुए, और परिवार के दबाव के सामने मेरी पसंद पर सवाल उठाते हुए। हालांकि, मैंने आज अपने सबसे बड़े समर्थकों के रूप में अपने माता-पिता के साथ मार्ग प्रशस्त किया है, और व्यक्तिगत संघर्षों की यह यात्रा एक उदाहरण स्थापित करने के मेरे दृढ़ संकल्प को ईंधन देती है कि अगर मैं कर सकती हूं, तो आप भी कर सकते हैं!
पोषण और मानसिक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए मेरी वकालत के हिस्से के रूप में, मेरी वकालत पोषण और मानसिक कल्याण के बीच गहरा संबंध है। इसलिए, आत्म-छवि की वकालत करने के लिए मेरे दृष्टिकोण में कार्यशालाओं के माध्यम से जागरूकता को बढ़ावा देना और फैलाना शामिल है, न केवल बच्चों के लिए बल्कि उनके माता-पिता के लिए भी, उन्हें अपने बच्चों को संवेदनशीलता और देखभाल के साथ संभालने के लिए प्रोत्साहित करना, अपने बच्चों और खुद दोनों को महत्व देना, और हल्के और स्वस्थ महसूस करने के लिए स्वस्थ भोजन के साथ संबंध विकसित करना।
प्राक्षी ने मीडिया से बात करते हुए बताया की मॉडलिंग कोई गलत फील्ड नही है, आवश्यकता है की माता पिता अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दे, तथा अपने बच्चो पर विश्वास करे।
प्राक्षी ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने परिवार को दिया, जिन्होंने उसे इस मुकाम तक पहुंचने के सफर में हर प्रकार से मदद की।