ताजा समाचार

Sunam: चार श्रमिकों की मौत के मामले में चक्का जाम, परिवारों को मुआवजे और नौकरी की मांग

Sunam में मंगलवार को चार श्रमिकों की एक कैंटर के नीचे दबकर हुई मौत के मामले में जोरदार प्रदर्शन हुआ। यह प्रदर्शन सोमवार रात से ही जारी था। स्थानीय संगठनों ने सुन्नाम-पटियाला मुख्य सड़क को जाम कर दिया और एक स्थायी धरना शुरू किया। इस धरने में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहन समेत कई अन्य संगठनों ने भी भाग लिया और न्याय के लिए एक कार्यवाही समिति का गठन किया।

Sunam: चार श्रमिकों की मौत के मामले में चक्का जाम, परिवारों को मुआवजे और नौकरी की मांग

प्रदर्शन की मुख्य मांगें

प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मृतक श्रमिकों के परिवारों को दस लाख रुपये का मुआवजा, सरकारी नौकरी और ऋण माफी की मांग की है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। उगराहन यूनियन ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं और पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं मिला, तो बुधवार से संघर्ष तेज किया जाएगा और इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी।

प्रदर्शनकारियों में शामिल यूनियन के जिला अध्यक्ष अमरीक सिंह गांधीुआं, ब्लॉक अध्यक्ष जसवंत सिंह तोलवाल, श्रमिक संगठन के धर्मपाल नामोल, प्रकट कलाजहाद, गोबिंद सिंह छजली, हरप्रीत कौर धुरी, वरिंदर कौशिक और भोल सिंह संग्रामि ने पीड़ित परिवारों के लिए सरकार से जल्द कार्रवाई की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार के किसी कैबिनेट मंत्री को यहाँ आकर लिखित आश्वासन देना चाहिए। जब तक न्याय नहीं मिल जाता, तब तक धरना जारी रहेगा।

घटना का विवरण

जानकारी के अनुसार, चार श्रमिक एक कैंटर के नीचे दबकर मारे गए। यह घटना सोमवार को सुन्नाम में हुई, जब श्रमिक सड़क किनारे काम कर रहे थे। कैंटर के अनियंत्रित होने के कारण वे हादसे का शिकार हो गए। मृतकों के परिवारों का कहना है कि यह हादसा सरकार की असंवेदनशीलता और श्रमिकों की सुरक्षा के प्रति उदासीनता के कारण हुआ है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

प्रदर्शनकारियों के साथ एसपी पालविंदर सिंह ने वार्ता की, लेकिन मामले का समाधान नहीं हो सका। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि मुआवजे और अन्य मांगों पर विचार किया जाएगा, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने जब तक उनके सभी मुद्दे हल नहीं हो जाते, धरना समाप्त करने से इंकार कर दिया।

आंदोलन का विस्तार

भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहन ने कहा कि अगर सरकार ने जल्दी से कार्रवाई नहीं की और पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं मिला, तो आंदोलन को और भी व्यापक बनाया जाएगा। इस समय सुन्नाम-पटियाला मुख्य सड़क पर पूरी तरह से ट्रैफिक जाम है, और इस प्रदर्शन की वजह से आसपास के इलाकों में भी असुविधा हो रही है।

समाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

इस घटना के बाद विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने भी अपने बयान जारी किए हैं। विपक्षी दलों ने सरकार की विफलता पर सवाल उठाए हैं और मांग की है कि तुरंत कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

साथ ही, स्थानीय नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस घटना की निंदा की है और पीड़ित परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। वे चाहते हैं कि इस मामले में जल्द से जल्द न्याय हो और भविष्य में इस तरह के हादसों से बचने के लिए ठोस उपाय किए जाएं।

Back to top button