High Uric Acid: उच्च यूरिक एसिड, प्यूरीन को हटाने के लिए बनाएं यह जूस
High Uric Acid: आज के जीवनशैली से संबंधित बीमारियों में यूरिक एसिड की समस्या तेजी से बढ़ रही है। यूरिक एसिड हमारे शरीर में बनता है और नियमित रूप से निकलता रहता है। लेकिन कभी-कभी गलत आदतों के कारण यूरिक एसिड की मात्रा जरूरत से ज्यादा बढ़ जाती है, जिसे किडनी सही से फ़िल्टर नहीं कर पाती। ऐसी स्थिति में यह यूरिक एसिड क्रिस्टल के रूप में जोड़ों में जमा होने लगता है, जिससे दर्द और सूजन होती है।
उच्च यूरिक एसिड की स्थिति में, प्यूरिन युक्त खाद्य पदार्थों और उच्च प्रोटीन का सेवन कम करना चाहिए। इसके अलावा, कुछ घरेलू उपाय भी हैं जो यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकते हैं। इनमें से एक है विशेष जूस बनाना और उसका सेवन करना। आइए जानते हैं इस जूस को कैसे तैयार किया जाए और इसके सेवन से कैसे यूरिक एसिड को कम किया जा सकता है।
जूस बनाने की विधि
- सामग्री तैयार करना:
सबसे पहले, आपको कद्दू (गौर), सेब और खीरा लेना होगा। इन्हें अच्छे से धोकर छिलका निकाल लें। कद्दू और खीरे को कड़वा नहीं होना चाहिए। - जूस निकालना:
इन सामग्रियों को या तो मिक्सर में डालकर पीस लें या थोड़े पानी के साथ इसे कसकर कपड़े से निचोड़कर जूस निकाल लें। आप चाहें तो इनकी कद्दूकस करके भी जूस निकाल सकते हैं। इसके अलावा, आप जूसर का इस्तेमाल करके भी जूस निकाल सकते हैं। - गिलोय का रस:
इसके बाद, गिलोय की डंडी को अच्छे से कूटकर उसमें थोड़ा पानी मिलाकर निचोड़ें। इससे निकला 2-4 चम्मच जूस को सेब, खीरे और कद्दू के जूस में मिलाएं। - तुलसी और एलो वेरा:
तुलसी की पत्तियों को भी कूटकर जूस में मिलाएं और साथ ही एलो वेरा का गूदा या जूस भी डालें। - स्वाद बढ़ाना:
सभी चीजों को अच्छे से मिलाने के बाद, स्वाद के लिए इसमें एक चुटकी सेंधा नमक मिलाएं।
सेवन करने का तरीका
उच्च यूरिक एसिड के मरीजों को तैयार किए गए जूस का सेवन सुबह खाली पेट लगातार 10-15 दिनों तक करना चाहिए। यह जूस न केवल यूरिक एसिड को कम करता है, बल्कि जोड़ों के दर्द से भी राहत देता है।
इस जूस के लाभ
- अल्कलाइन पदार्थ:
यह जूस पूरी तरह से अल्कलाइन पदार्थों से बना होता है, जो यूरिक एसिड को न्यूट्रलाइज करता है और शरीर से बाहर निकालता है। - कैलोरी कटिंग:
यह जूस कैलोरी कटिंग में मदद करता है, जिससे शरीर में फैट बढ़ने से रुकता है। - जिगर का डिटॉक्स:
इस जूस का नियमित सेवन जिगर को डिटॉक्स करता है, जिससे पाचन में सुधार होता है। - प्रतिरक्षा बढ़ाना:
नियमित रूप से इस जूस का सेवन इम्युनिटी बढ़ाता है और शरीर के हर हिस्से को साफ करता है।
ध्यान रखने योग्य बातें
- व्यायाम:
सुबह और शाम को नियमित रूप से व्यायाम या टहलें। - प्रोटीन का सेवन:
प्रोटीन का सेवन कम करें या सीमित मात्रा में करें। - अम्लीय खाद्य पदार्थों से बचें:
अपने नियमित आहार में अम्लीय खाद्य पदार्थों से बचें। - गर्म और ठंडे खाद्य पदार्थों का ध्यान:
गर्म भोजन के बाद ठंडा पानी न पीएं। - मसालेदार चीजें:
तेल, मिर्च और साबुत मसालों वाली ज्यादा मसालेदार चीजों का सेवन कम करें। -
रंगीन सब्जियों और खट्टे फलों से परहेज:
अधिक रंगीन सब्जियों और खट्टे फलों का सेवन न करें।