Cyclone ‘Dana’: ओडिशा और बंगाल तट पर लैंडफॉल की तैयारी, गति 120 किमी प्रति घंटा
Cyclone ‘Dana’: चक्रवात ‘डाना’ तेजी से ओडिशा और बंगाल के तट की ओर बढ़ रहा है। मौसम विज्ञान विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, चक्रवात ‘डाना’ तटीय क्षेत्रों की ओर 15 किमी प्रति घंटे की गति से बढ़ रहा है। वर्तमान में यह तूफान पारादीप से 280 किमी और धामरा से 310 किमी की दूरी पर है।
लैंडफॉल का स्थान
इस चक्रवात का लैंडफॉल धामरा और भितरकनिका के बीच होने की संभावना है। लैंडफॉल के समय, हवाओं की गति 100 से 120 किमी प्रति घंटा के बीच रहने की उम्मीद है। इसके अलावा, लैंडफॉल के समय समुद्र में 2 मीटर ऊंची लहरें उठने की आशंका है। बताया जा रहा है कि ‘डाना’ का प्रभाव 2021 में आए चक्रवात ‘यास’ के समान होगा।
प्रशासनिक तैयारियाँ
इस बीच, चक्रवात ‘डाना’ के संबंध में प्रशासनिक कर्मचारी पूरी तरह से सतर्क हैं। भारतीय तट रक्षक को भी उच्च सतर्कता पर रखा गया है। तट रक्षक स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और चक्रवात के प्रभाव से उत्पन्न होने वाली किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सक्रिय कदम उठाए गए हैं।
तट रक्षक की जिम्मेदारी
तट रक्षक को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में मछुआरों और नाविकों को नियमित मौसम चेतावनियाँ और सुरक्षा सलाह प्रसार करने का कार्य सौंपा गया है। ये चेतावनियाँ लगातार सभी मछली पकड़ने वाले जहाजों को भेजी जा रही हैं, और उन्हें तुरंत तट पर लौटने और सुरक्षित आश्रय लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर उड़ानें स्थगित
दूसरी ओर, भुवनेश्वर के बीजू पटनाीक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 16 घंटे के लिए उड़ान संचालन स्थगित कर दिए गए हैं। यह जानकारी एक बयान में दी गई है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, चक्रवात शुक्रवार की सुबह के शुरुआती घंटों में ओडिशा के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा पोर्ट के बीच तट पर पहुंचने की संभावना है, और इस दौरान हवाएँ 120 किमी प्रति घंटा की गति से चल सकती हैं।
बयान में कहा गया, “चक्रवात ‘डाना’ के कारण, हवाई अड्डे का संचालन 24 अक्टूबर की शाम 5 बजे से 25 अक्टूबर की सुबह 9 बजे तक स्थगित रहेगा।” अधिकारियों ने बताया कि भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर प्रतिदिन 100 से अधिक उड़ानें संचालित होती हैं, जिसमें लगभग 15,000 लोग यात्रा करते हैं।
190 ट्रेनें रद्द
चक्रवात ‘डाना’ को देखते हुए, पूर्वी रेलवे ने अपने सियालदह डिवीजन में 190 स्थानीय ट्रेनों का संचालन 24 अक्टूबर की रात 8 बजे से 25 अक्टूबर की सुबह 10 बजे तक स्थगित करने का निर्णय लिया है। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। पूर्वी रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि सियालदह दक्षिण और हसनाबाद सेक्शन में 190 ट्रेनों को रद्द किया जाएगा।
तटीय क्षेत्रों की सुरक्षा
तटीय क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन ने भी विशेष कदम उठाए हैं। लोगों से कहा गया है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और चक्रवात से संबंधित किसी भी जानकारी पर ध्यान दें। स्थानीय निवासी और अधिकारी मिलकर इस चक्रवात के प्रभावों को कम करने की कोशिश कर रहे हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने चक्रवात ‘डाना’ के संबंध में चेतावनियाँ जारी की हैं, जिसमें कहा गया है कि समुद्र में ऊँची लहरें उठ सकती हैं और तूफान के प्रभाव से बाढ़ का खतरा भी बढ़ सकता है। स्थानीय मछुआरों से कहा गया है कि वे समुद्र में न जाएँ और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।
भविष्य की तैयारी
चक्रवात के प्रभावों से निपटने के लिए प्रशासनिक तंत्र ने तैयारियाँ की हैं। बचाव दल को तैयार रखा गया है और आवश्यक सामान जैसे भोजन, पानी, और चिकित्सा सुविधाएँ सुनिश्चित की गई हैं। जरूरतमंद क्षेत्रों में आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय किया जाएगा।
चक्रवात ‘डाना’ की आने वाली स्थिति ओडिशा और बंगाल के तटों के लिए गंभीर हो सकती है। इसके लिए प्रशासन ने सुरक्षा उपायों को मजबूत कर लिया है। सभी निवासियों से अनुरोध किया गया है कि वे सतर्क रहें और सरकारी निर्देशों का पालन करें। इस दौरान, बचाव और राहत कार्यों के लिए संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। सभी को इस चक्रवात के संभावित प्रभावों से बचने के लिए सावधान रहना चाहिए।
इस प्रकार, चक्रवात ‘डाना’ का ओडिशा और बंगाल के तट पर लैंडफॉल होना तय है, और इसके साथ ही लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने सक्रिय कदम उठाए हैं।